- डुमरांव घोटाले में कार्रवाई नहीं होने से सवालों के घेरे में जिम्मेदार

- जांच में घोटाले की पुष्टि के बाद भी कार्रवाई नहीं होना व्यवस्था पर सवाल

- गृह मंत्रालय के जिम्मेदार अफसरों ने जांच रिपोर्ट का संज्ञान लेकर क्यों नहीं की कार्रवाई

PATNA: डुमरांव घोटाले में आईपीएस अफसर अनुसूया रणसिंह साहू के साथ जवाबदेह अफसर भी सवालों के घेरे में हैं। कार्रवाई को लेकर डीजीपी से सीएम तक की जिम्मेदारी बनती है। बहरहाल, पुलिस और सरकार के बीच कहां से लापरवाही हुई यह तो जांच का विषय है लेकिन पुलिस महकमे में इस मामले की लीपापोती को लेकर चर्चा तेज है। कारण है कि तीन जांच कमेटी ने घोटाले की पुष्टि की है इसके बाद भी निगरानी से वही जांच कराई जा रही है। लिहाजा यह कार्रवाई चर्चा को हवा दे रहा है।

कार्रवाई नहीं किए जाने में यह हो सकते हैं जवाबदेह

एक - पुलिस महानिदेशक

डीजीपी प्रदेश पुलिस के मुखिया हैं। इस कारण जांच रिपोर्ट को कार्रवाई के लिए संबंधित विभाग में अमूमन गृह विभाग को भेज देना चाहिए। लेकिन पुलिस विभाग के सूत्रों की मानें को डुमरांव घोटाले में डीजी प्रशिक्षण द्वारा कराई गई जांच की रिपोर्ट काफी दिनों तक डीजीपी कार्यालय में लंबित रही।

दो - चीफ सेक्रेटरी

डीजीपी के स्तर से जो भी फाइल गृह विभाग में फॉरवर्ड होती है उसे चीफ सेक्रेटरी आगे बढ़ाने और डीजीपी से मामले को तलब करते हैं। इस स्तर से अगर कोई लापरवाही हुई है तो चीफ सेक्रेटरी भी जवाबदेह हो सकते हैं।

तीन - प्रधान सचिव गृह

गृह विभाग में आने वाले मामलों की पूरी जिम्मेदारी प्रधान सचिव की होती है। वह डीजीपी के साथ अन्य स्तर से आने वाले मामलों पर कार्रवाई सुनिश्चित कराने के साथ मामलों का संज्ञान लेकर अधिकारियों को दिशा निर्देश देना भी इनकी अहम जिम्मेदारी है।

चार - गृहमंत्री के सचिव

गृह मंत्री के सचिव की भी भूमिका काफी अहम और ऐसे मामलों में जवाबदेह होती है। कोई भी मामला होता है तो गृहमंत्री तक पहुंचाना और उस पर कार्रवाई सुनिश्चित कराना इनकी जिम्मेदारी होती है। वह गृह विभाग और गृहमंत्री के बीच अहम कड़ी के रूप में काम करते हैं।

पांच - गृहमंत्री

पुलिस विभाग से जुड़े हर बड़े मामले के लिए गृहमंत्री जिम्मेदार हैं। क्योंकि विभाग में कोई भी बड़ा मामला होता है या फिर किसी मामले की जांच रिपोर्ट आती है तो उस पर उन्हें संज्ञान लेकर बड़ा फैसला लेना होता है। किसी मामले में यदि निचले स्तर से कोई जानकारी नहीं आई है तो उस पर सवाल जवाब करना।

डुमरांव मामले में कौन तय करे जवाबदेही ?

यह तो डीजीपी से लेकर गृहमंत्रालय तक की कड़ी है। लेकिन डुमरांव घोटाले में जवाबदेह है कौन है? यह तो जिम्मेदार ही तय कर पाएंगे। हमने जो भी जवाबदेही बताई है वह पुलिस विभाग के अधिकारियों से बातचीत और सूत्रों के आधार पर है। क्योंकि इस मामले में कोई भी अफसर कुछ भी कहने को तैयार नहीं है। डीजीपी पीके ठाकुर का दो टूक जवाब है कि जब कोई कार्रवाई होगी बता दिया जाएगा। वहीं मामले में पड़ताल कराने वाले डीजी प्रशिक्षण के एस द्विवेदी का कहना है कि वह अपना काम कर चुके हैं, कार्रवाई सरकार के हाथ में है। वहीं कुछ अफसर जांच में घोटाले की पुष्टि होने के बाद निगरानी से जांच कराने को लेकर जिम्मेदारों की मंशा पर सवाल खड़ा कर रहे हैं।