- सर्किट हाउस में बैठक में अतिक्रमण हटाने की बात कही

आगरा। सिटी में चारों तरफ जाम के हालात हैं। पांच किमी का रास्ता पांच घंटे में पार होता है। अपराध की समीक्षा बैठक लेने आए डीजीपी जावीद अहमद भी आगरा के ट्रैफिक से परेशान दिखे। शुक्रवार को सर्किट हाउस में पत्रकारों से वार्ता में उन्होंने माना की सिटी के ट्रैफिक में सुधार की जरूरत है।

चौड़ाई है बराबर, पर वाहनों की संख्या बढ़ी

डीजीपी ने सड़कों पर फैले अतिक्रमण को हटाने की बात कही। उन्होंने माना की आगरा में जाम के बुरे हालात हैं। इसके लिए प्रभावी कार्रवाई की आवश्यकता है। डीजीपी ने कहा कि पिछले 10-20 सालों से आगरा की सड़कों की चौड़ाई बराबर है, जबकि यहां पर वाहनों की संख्या में इजाफा हुआ है। चौराहों को सही किया जाना चाहिए। सड़कों की स्थिति भी दुरुस्त हो। जहां भी चौड़ीकरण की आवश्यकता है, वहां कराया जाए। ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार आम जनता के लिए बहुत जरूरी है।

अतिक्रमण पर हो प्रभावी कार्रवाई

पिछली बार हुए अतिक्रमण अभियान के दौरान सिटी में कई स्थानों पर कार्रवाई की गई। लोगों को चौड़े रास्ते नजर आने लगे थे। उस दौरान कड़े निर्देश थे कि यदि फिर से अतिक्रमण हुआ तो संबंधित थाना व चौकी इंचार्ज जिम्मेदार होगा, लेकिन इसके बाद फिर से अतिक्रमण ने पैर पसार लिए।

हाईवे पर पेट्रोलिंग गाड़ी की संख्या में इजाफा

बुलंद शहर की घटना के बाद हाईवे की सुरक्षा को लेकर सवाल उठे थे। इसके बाद हाईवे पर सतत चेकिंग अभियान के निर्देश दिए गए। डीजीपी ने बताया कि अभी तक हाईवे पर चार सौ से पांच सौ गाडि़यां पेट्रोलिंग कर रही हैं। लेकिन, डायल 100 योजना के तहत 3200 गाडि़या प्रदेश के लिए और आ रही हैं। अक्टूबर से गाडि़यां हाईवे पर पेट्रोलिंग करती दिखेंगी। प्रदेश के 10 हाईवे 542 थानों से होकर गुजरते हैं। यहां पर संवेदनशील एरिया को चिह्नित कर रात 10 बजे से सुबह चार बजे तक सघन चेकिंग कराई जा रही है। चेकिंग के दौरान कई गैंग भी पकड़े है। इससे पैसेंजर्स के अंदर सुरक्षा की भावना बनती है।

महिलाओं के प्रति हों संवेदनशील

डीजीपी ने कहा कि महिलाओं के प्रति हुए अपराधों पर पुलिस संवेदनशील रहे। मुख्यमंत्री ने भी इस बात पर बल दिया है कि महिलाओं के साथ अच्छा व्यवहार हो। पुलिस के अंदर महिलाओं की सुरक्षा की भावना का लक्ष्य होना चाहिए। अपने पद व बाहुबल का इस्तेमाल कर कानून हाथ में लेने वालों को पुलिस चिह्नित करे और कठोर कार्रवाई करे।

रीटा गिडवानी और राजकुमार लालवानी का मुद्दा भी उठा

शाहगंज मारुति स्टेट निवासी रीटा गिडवानी ने अपने भाइयों व आईजी डीसी मिश्र के खिलाफ एक शिकायत डीजीपी को दी है। उन्होंने भाइयों पर जान लेने का आरोप लगाया है। साथ ही आईजी पर उसके भाइयों को सपोर्ट करने का आरोप लगाया है। रीटा गिडवानी का आरोप है कि आईडी डीसी मिश्र द्वारा षडयंत्र कर शूटरों की मदद करने का आरोप लगाया है। उसका कहना था कि मुकदमा वापस करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। डीजीपी ने उसे आश्वसन दिया है कि उस पर लगाए चार्ज को खत्म किया जाएगा। साथ ही लखनऊ से मामले में एक्शन लिया जाएगा। इसके अलावा भरतपुर हाउस निवासी राजकुमार लालवानी के बेटे ने भी गागा की गिरफ्तारी के लिए डीजीपी से शिकायत की है।