-डीजीपी संग मीटिंग में जनप्रतिनिधियों ने जाम की समस्या से जूझ रहे शहर के हालात को किया बयां

-एडीजी जोन व आईजी रेंज को जाम से निजात के लिए ठोस कार्य योजना बनाने का दिया निर्देश

काशी वासियों के मन में 'सुबह बनारस शाम बनारस जब देखो तब जाम बनारस' की चल रही अवधारणा बदलनी चाहिए। रविवार को बनारस पहुंचे डीजीपी ओम प्रकाश सिंह से संवाद में जनप्रतिनिधियों ने कुछ इसी अंदाज में अपनी समस्याएं रखीं। सर्किट हाउस में पुलिस के आला अधिकारियों की मौजूदगी में जनप्रतिनिधियों ने जाम से जूझते शहर के हालात को बयां किया। बोले कि शहर में थानावार जाम की समस्याएं बढ़ती जा रही हैं, हालात ऐसे हो गए हैं कि पैदल चलना भी दूभर हो गया है। जनप्रतिनिधियों की बातें सुन डीजीपी ओपी सिंह ने भी माना कि यहां जाम की समस्या है। इसके निराकरण के लिए एडीजी जोन पीवी रामाशास्त्री व आईजी रेंज दीपक रतन को निर्देश दिया कि तत्काल ठोस कार्य योजना बनाकर जाम की समस्या को दूर कराया जाए।

जाम के चलते घट रहे पर्यटक

बाबतपुर एयरपोर्ट से सर्किट हाउस पहुंचे डीजीपी ने सबसे पहले जन प्रतिनिधियों से मुलाकात की। इसमें सभी ने कानून व्यवस्था पर तो संतोष जताया लेकिन जाम की समस्या को लेकर सभी ने चिंता जताई। कहा, टूरिस्ट्स काशी आने से भी कतराने लगे हैं। इसे डीजीपी ने गंभीरता से लेते हुए अफसरों से कहा कि काशी में रोज हजारों लोग बाहर से आते हैं। यदि वे अपने नियत जगह पर समय से नहीं पहुंचेंगे तो काशी की छवि खराब होगी। आईजी ने बताया कि ट्रैफिक सिस्टम में सुधार के लिए एसपी ट्रैफिक ने कई ठोस कदम उठाए हैं। आने वाले समय में कई और कदम उठाए जाएंगे। डीजीपी ने कहा कि पुलिस व परिवहन शाखा न सिर्फ काशी में बल्कि पूरे प्रदेश में मिलकर काम करेगी जिससे जाम की समस्या से निजात मिल सकेगी।