थी सहवाग जैसे सलामी बल्लेबाज की तलाश

तारक सिन्हा ने कहा, ‘सहवाग के टीम में नहीं होने पर भारत को उनके जैसे सलामी बल्लेबाज की तलाश थी. हालांकि अभी धवन को सहवाग का विकल्प बताना जरा जल्दबाजी होगी लेकिन यह भी देखने लायक बात है कि उसने वीरू की कमी खलने नहीं दी है. धवन को अभी भी सहवाग की जगह लेने के लिए लंबा रास्ता तय करना होगा.’

धवन का करियर शानदार राह पर

तीन साल के वनवास के बाद भारतीय टीम में लौटे धवन का करियर अभी तक शानदार राह पर बढ़ता दिख रहा है. पदार्पण टेस्ट में धमाकेदार पारी खेलने के बाद वह 14 वनडे अंतरराष्ट्रीय मैचों में 707 रन ठोक चुके हैं, जिसमें तीन शतक और दो अर्धशतक शामिल हैं. आइसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में उनको टूर्नामेंट में सर्वाधिक रन बनाने के लिए गोल्डन बैट पुरस्कार दिया गया था.

किसी भी परिस्थितियों में रन बनाने की क्षमता

तारक सिन्हा ने कहा कि धवन की सोमवार को खेली गई पारी यह साबित करती है कि वह किसी भी परिस्थितियों में रन बनाने की क्षमता रखता है. क्योंकि उसके बारे में यह कहा जाता था कि वह भारतीय मैदानों पर ही रनों का ढेर लगा सकता है. लेकिन उसने इंग्लैंड, जिंबाब्वे और अब दक्षिण अफ्रीका में शानदार प्रदर्शन कर साबित कर दिया कि वह किसी भी जगह बड़ी पारी खेल सकता है.

Report by: Harit N Joshi (Mid Day)