- मेरठ में 7:25 मिनट पर दिखा चांद, नायब शहरकाजी ने की घोषणा

- ईशा की अजान के बाद मस्जिदों में तराबी शुरू, पहला रोजा आज

Meerut : मगरिब की नमाज के बाद सोमवार शाम करीब 7:25 पर चांद का दीदार होते ही रमजान मुबारक माह की घोषणा नायब शहर काजी जैनुर राशिद्दीन ने की। ईसा की अजान (रात नौ बजे) के बाद मस्जिदों और ईदगाहों में तराबी शुरू हो गई तो वहीं पहला रोजा आज (मंगलवार) अलसुबह 3:47 बजे से शुरू होगा।

दौड़ी खुशी की लहर

शाही ईदगाह से मगरिब की नमाज के बाद लोग चांद के दीदार के लिए आसमान की ओर देख रहे थे। जैसे ही आसमान में चांद दिखा, लोगों ने एक-दूसरे को गले मिलकर माहे रमजान की मुबारकबाद दी। नायब शहर काजी ने बताया कि 'खुशनसीब है वे लोग जिन्हें अल्ला ताला ने एक बार फिर से माह रमजान मुबारक में रोजा रखने और उसकी बहारों को देखने का मौका दिया है।

खुल जाते हैं जन्नत के दरवाजे

रमजान मुबारक का मौका अपनी खसूसियत और फजायेल व वरकत की से आला शान रखता है.' उन्होंने कहा कि हजूर मोहम्मद साहिब ने फरमाया है कि जब माहे रमजान आता है तो जन्नत के दरवाजे खोल दिए जाते हैं और शैतान को कैद कर लिया जाता है। इस माह के पहले दस दिन रहमत के हैं और दरमियानी दस दिन मगफिरत के हैं और आखिरी दस दिन दोजख से आजादी के हैं। माहे रमजान में बेहिसाब बरकतों वाली रात शब्बेकदर आती है। इस माह में रोजों के अलावा रात में एक खास इबादत तराबी का नमाज में पढ़ा जाना जरूरी है।

बाजारों में दिखी रौनक

रमजान को लेकर बाजारों में रौनक नजर आ रही थी। रमजान का ऐलान होते ही लोगों की भीड़ बाजारों की ओर उमड़ पड़ी। देर रात तक शहर के प्रमुख बाजारों में खाने-पीने की दुकानें रोशन रहीं। लोग सहरी को लेकर तैयारी कर रहे थे तो वहीं मस्जिदों और ईदगाह में ईसा की नमाज के बाद तराबी पढ़ी जाने लगी। इकट्ठा लोगों को कुरान पाक सुनाया गया।