रेखा आर्या ने गोद ली बच्ची का कराया चेकअप

देहरादून।

महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास राज्य मंत्री रेखा आर्य ने गोद ली कुपोषित बच्ची का दून हॉस्पिटल में वेडनेसडे को चेकअप कराया। इस मौके पर बच्ची का हाइट और वेट कम बताया गया। डॉक्टर्स से सभी तरह के सप्लीमेंट देते हुए बच्ची को कुपोषण से बाहर लाने की बात मंत्री ने कही। साथ ही कहा कि बच्ची समय-समय पर हॉस्पिटल लाई जाएगी।

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तीन सितंबर को ली थी गोद

तीन सितंबर को कुपोषित बच्चों के गोद लेने के अभियान के शुभारंभ पर रेखा आर्य को ये बच्ची दी गई। सीएम भी इससे पहले अपनी गोद ली बच्ची से मिलने उसके घर जा चुके हैं। रेखा आर्य ने बच्ची को कुपोषण से बाहर लाने के संकल्प को पूरा करने के लिए उसका दून अस्पताल में चेकअप कराया।

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दो वर्ष छह माह की है बच्ची

मंत्री को गोद दी गई बच्ची निहारिका दो वर्ष छह माह की है। बच्ची का वजन 13 किलो होना चाहिए, लेकिन नौ किलो है। बच्ची की हाइट भी कम है। मंत्री ने बच्ची को कुपोषण से सुपोषण की ओर लाने के लिए सभी तरह के चेकअप, सप्लीमेंट दिए जाने को कहा।

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शॉर्टकट न अपनाएं

डॉ। आयशा ने बच्ची का चेकअप किया। इस दौरान उन्होंने बच्ची को डाइट, सप्लीमेंट दिए जाने के साथ ही इंजेक्टेबल मेडिसिन दिए जाने को कहा तो रेखा आर्या ने इसके लिए मना कर दिया। उन्होंने कहा कि शॉर्टकट बिल्कुल नहीं अपनाना है। इंजेक्ट करने के बजाय डाइट पर जोर दिया जाए जो बच्ची खाए। इससे बच्ची के पैरेंटस का भी विश्वास बढ़ेगा और बच्ची को किसी तरह का नुकसान भी नहीं पहुंचना चाहिए।

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विटामिन डी कम, लीवर लार्ज

चेकअप नहीं कराने वाली बच्ची को डॉक्टर ने टॉफी देने के बात कही तो कहीं जाकर बच्ची ने चेकअप कराया। इस दौरान डॉक्टर ने बताया कि बच्ची में विटामिन डी की कमी है, एनीमिक है। इसका लीवर लार्ज है। मंत्री ने ओरल मेडिसिन सहित सप्लीमेंट से बच्ची को दुरुस्त बनाए जाने की बात कही। मंत्री ने कहा कि बच्ची को लेकर कभी वह तो कभी उसकी मां आएगी और इसका लगातार चेकअप होगा।

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4200 में से 420 पॉजिटिव

इस दौरान अस्पताल के डॉक्टर्स ने अपना दर्द भी मंत्री के सामने रखा। उनका कहना था कि दून अस्पताल में अब तक 4200 फीवर संबंधी टेस्ट हुए हैं। जिनमें से 420 ही पॉजिटिव आए हैं। हालांकि स्वास्थ्य मंत्री ने मरीजों को बेहतर हेल्थ सेवाएं दिए जाने को कहा।