- महिला दारोगा ने लगाया था डीआईजी पीटीएस पर छेड़खानी करने का आरोप

- महिला थाने में डीआईजी के खिलाफ कायम कराया था मुकदमा

- डीआईजी ने कोर्ट में किया सरेंडर

- दोपहर बाद कोर्ट से मिल गई डीआईजी को जमानत

- डीआईजी बोले मेरे के खिलाफ रची गई है साजिश

Meerut: महिला दारोगा से छेड़छानी के आरोप में फंसे डीआईजी पीटीएस ने शुक्रवार को सीजेएम कोर्ट में सरेंडर कर दिया। गुपचुप तरीके से कोर्ट पहुंचे डीआईजी को दोपहर बाद जमानत भी मिल गई है। जमानत मिलने के बाद डीआईजी पीटीएस वापस अपने घर लौट गए। इस दौरान डीआईजी के एडवोकेट भी साथ रहे।

क्या था मामला

देवी प्रसाद श्रीवास्तव मेरठ पीटीएस में डीआईजी पद पर तैनात थे। पिछले महीने एक महिला दारोगा ने ऊपर छेड़खानी का आरोप लगाया था। इसकी शिकायत बकायदा डीजीपी से भी की गई थी। डीजीपी के आदेश के बाद पीडि़ता महिला दारोगा की तहरीर पर महिला थाने में फ्भ्ब्, फ्भ्ब् ए और भ्0म् धाराओं में मुकदमा कायम किया गया था। पुलिस ने फ्भ्ब् धारा तो हटा दी थी, इसके बाद डीजीपी ने डीआईजी पीटीएस का ट्रांसफर लखनऊ में कर दिया था। अब डीआईजी श्रीवास्तव ने शुक्रवार दोपहर सीजेएम कोर्ट में पहुंचे और सरेंडर किया। दोपहर बाद डीआईजी को कोर्ट से जमानत भी मिल गई है।

साजिश के तहत फसाया जा रहा है

आरोपी डीआईजी देवी प्रसाद श्रीवास्तव ने बताया कि उनके खिलाफ साजिश रची गई है, मुझे षडयंत्र के तहत फंसाया गया है। मेरे ऊपर जो आरोप लगे है वे बेबुनियाद है। इससे मुझे मानसिक क्षति पहुंची है। उन्होंने कहा कि जल्द ही सच्चाई सभी के सामने आ जाएगी, अब मैं अगली बार जब मेरठ आऊंगा तो अपने निर्दोष होने का प्रमाण भी दूंगा। गलत ढंग से फंसाना किसी को सही नहीं है।