मुंबई (पीटीआई)। एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि ट्यूटोरियल ऐप्स के पाॅपुलर होने की वजह से ई-लर्निंग या ऑनलाइन टीचिंग रोल को करियर के रूप में चाहने वालों में 41 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है। डिमांड का यह आंकड़ा पिछले तीन साल यानी जुलाई 2016 से जुलाई 2019 के बीच का है। ग्लोबल जाॅब साइट 'इंडीड' की एक सर्वे रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। कंपनी का कहना है कि इस रिपोर्ट के लिए उसने ये आंकड़े इंडीड इंडिया प्लेटफाॅर्म से लिए हैं।

तीन साल पहले आई थी पढ़ाने वालों में कमी

सर्वे के मुताबिक, ऑनलाइन ट्यूटर और ई-एजुकेटर के नये आयाम की वजह से टीचिंग जाॅब में यह उछाल देखने को मिल रही है। रिपोर्ट में बताया गया है कि टीचिंग जाॅब के लिए सबसे ज्यादा 2019 में सर्च किए गए। इस साल टीचिंग जाॅब खोजने वालों में 40 प्रतिशत उछाल दर्ज हुओ। हालांकि एक साल पहले वित्त वर्ष 2018 में यह आंकड़ा 14 प्रतिशत का था। जबकि तीन साल पहले वित्त वर्ष 2016-17 में यह आंकड़ा निगेटिव था यानी टीचर की जाॅब खोजने वालों में 11 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई थी।

ऑनलाइन टीचर की सैलरी करीब दोगुना

सर्वे में कहा गया है कि टीचिंग व्यवसाय के इस नये अवतार में सैलरी ज्यादा है। जहां देश में टीचर्स के वेतन का सालाना औसत  2,19,800 रुपये से 5,88,000 रुपये के बीच है वहीं ऑनलान गुरुओं के वेतन का सालाना औसत 4,80,000 रुपये से 9,25,000 रुपये है। वेतन का यह अंतर ऑफ लाइन गुरुओं के मुकाबले दोगुना है। ई लर्निंग और ऑनलाइन टीचिंग रोल की ग्रोथ से पढ़ाने वालों की न सिर्फ रुचि बढ़ेगा बल्कि ऐसे लोगों की डिमांड भी बढ़ेगी।

Business News inextlive from Business News Desk