नई दिल्ली (एएनआई)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को आरबीआई की दो दो नवीन ग्राहक-केंद्रित पहलों के शुभारंभ पर बोलते यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) के उपयोग की सराहना की। पीएम मोदी ने कहा कि यूपीआई काफी कम समय में डिजिटल लेनदेन के मामले में काफी पाॅपुलर हो गया है। केवल सात वर्षों में भारत में डिजिटल लेनदेन 19 गुना बढ़ गया है। आज हमारी बैंकिंग प्रणाली देश में कहीं भी कभी भी 24 घंटे, 7 दिन और 12 महीने कभी भी चालू है। पीएम मोदी ने कहा, '6-7 साल पहले तक बैंकिंग, पेंशन, बीमा, सब कुछ 'भारत में एक स्पेशल क्लब' जैसा हुआ करता था। देश के आम नागरिक, गरीब परिवार, किसान, छोटे व्यापारी-व्यवसायी, महिलाएं, दलित -वंचित-पिछड़े, ये सभी सुविधाएं उन सभी के लिए बहुत दूर थीं।
न बदलने के लिए तरह-तरह के बहाने बनाए गए
प्रधानमंत्री ने आगे बताया कि पहले, बैंकिंग क्षेत्र में कोई बैंक शाखा नहीं थी, कोई कर्मचारी नहीं था, कोई इंटरनेट नहीं था, कोई जागरूकता नहीं थी। "जिन लोगों पर इन सुविधाओं को गरीबों तक ले जाने की जिम्मेदारी थी, उन्होंने भी कभी इस पर ध्यान नहीं दिया। न बदलने के लिए तरह-तरह के बहाने बनाए गए। प्रधानमंत्री ने बैंकिंग क्षेत्र को मजबूत करने में सहकारी बैंकों की भूमिका की भी सराहना की। "बैंकिंग क्षेत्र को और मजबूत करने के लिए सहकारी बैंकों को भी आरबीआई के दायरे में लाया गया। इससे इन बैंकों के शासन में भी सुधार हो रहा है और लाखों जमाकर्ताओं के बीच भी इस प्रणाली में विश्वास मजबूत हो रहा है।" इससे पहले आज, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय रिजर्व बैंक की दो नवीन ग्राहक-केंद्रित पहलों की शुरुआत की।

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