नई दिल्ली (एएनआई)। भारत के पूर्व मुक्केबाज और एशियन गेम्स के स्वर्ण पदक विजेता डिंको सिंह का लंबी बीमारी के बाद गुरुवार को निधन हो गया। वह 42 वर्ष के थे। भारत के अब तक के सबसे बेहतरीन मुक्केबाजों में से एक माने जाने वाले डिंको ने 1998 के बैंकाक एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीता था। केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने डिंको के निधन पर शोक व्यक्त किया और बॉक्सर को भारत में खेल के प्रति दीवानगी पैदा करने का श्रेय दिया।

खेल मंत्री ने शोक व्यक्त किया
रिजिजू ने ट्वीट किया, "श्री डिंको सिंह के निधन से मुझे गहरा दुख हुआ है। भारत के अब तक के सबसे बेहतरीन मुक्केबाजों में से एक, 1998 के बैंकाक एशियाई खेलों में डिंको के स्वर्ण पदक ने भारत में बॉक्सिंग चेन रिएक्शन को जन्म दिया। मैं शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। RIP डिंको।”


विजेंदर सिंह ने भी किया याद
भारत के पेशेवर मुक्केबाजी सुपरस्टार विजेंदर सिंह ने कहा कि डिंको की जीवन यात्रा और संघर्ष हमेशा आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगा। विजेंदर ने ट्वीट किया, "इस नुकसान पर मेरी गहरी संवेदनाएं उनके जीवन की यात्रा और संघर्ष हमेशा आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत बने रहें। मैं प्रार्थना करता हूं कि शोक संतप्त परिवार को इस दुख और शोक की अवधि से उबरने की शक्ति मिले।"

मुख्यमंत्री ने भी दी श्रद्घांजलि
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने भी गुरुवार को इस मुक्केबाज के निधन पर शोक व्यक्त किया। बीरेन सिंह ने ट्वीट किया, "मैं आज सुबह श्री एन डिंको सिंह के निधन से स्तब्ध और गहरा दुखी हूं। पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित, डिंको सिंह मणिपुर के अब तक के सबसे उत्कृष्ट मुक्केबाजों में से एक थे। उनकी आत्मा को शांति मिले।” डिंको सिंह पिछले साल कोरोना वायरस की चपेट में भी आ गए थे लेकिन पूर्व मुक्केबाज जल्द ही ठीक हो गए थे। पिछले साल अप्रैल में डिंको को उनके लीवर कैंसर के इलाज के लिए इम्फाल से राष्ट्रीय राजधानी ले जाया गया था। जहां उनका इलाज चल रहा था।