- पांच लोगों की हत्या के चौथे दिन पहुंचे डिप्टी सीएम ने मोनू को दिए 25 लाख रुपये का चेक

- सिटी में आवास से लेकर शस्त्र देने का दिया आश्वासन, बोले बख्शे नहीं जाएंगे कातिल

PRAYAGRAJ: पांच लोगों की हत्या के चौथे दिन डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य सोरांव के यूसुफपुर गांव में घटना स्थल पर पहुंचे। सबसे पहले वह परिवार के सदस्य मोनू से मिले। उसे ढांढस बंधाते हुए 25 लाख रुपये का चेक दिया। दरवाजे पर पहुंचे प्रदेश सरकार के उप मुख्यमंत्री को देख मोनू व उसके परिजनों की आंखें छलक आई। डिप्टी सीएम ने परिजनों को आश्वासन दिया कि असली कातिल बच नहीं पाएंगे। उन्हें जेल जाना ही होगा। गांव में सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर फोर्स पहले से ही तैनात रही।

शनिवार को हुई थी हत्या

यूसुफपुर गांव में डिप्टी सीएम के जाने की खबर पहले से आ चुकी थी। लिहाजा गांव में सुरक्षा के कड़े इंतजाम थे। फोर्स के साथ आलाधिकारी भी वहां मौजूद रहे। डिप्टी सीएम का काफिला गांव पहुंचा तो लोगों की भीड़ लग गई। गांव में वह सीधे उस घर के दरवाजे पर पहुंचे जहां शनिवार रात विजयशंकर तिवारी समेत उसके बेटे सोमदत्त, बहू कामिनी सहित उसके दो पोते का कत्ल कर दिया गया था। डिप्टी सीएम को देखते ही परिवार में तन्हा बचे मोनू की आंखें छलक आई। वह फफक कर रो पड़ा। मोनू को सीने से लगाते हुए डिप्टी सीएम ने ढांढस बंधाया। कहा कि सरकार उसके साथ है। किसी भी कीमत पर उसके परिजनों के कातिल बचने नहीं पायेंगे। हत्यारों को जेल जाना ही होगा। कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। जल्द ही सब कुछ सामने आ जाएगा। इसी के साथ वह मोनू को सरकार की तरफ से 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी। साथ ही शहर में आवास देने का भी भरोसा दिलाया। परिवार के अन्य सदस्यों ने मोनू के नाम शस्त्र लाइसेंस की मांग की। इसे भी डिप्टी सीएम ने स्वीकार कर लिया। कहा सरकार मोनू व उसके परिवार की सुरक्षा व मदद में वह हर कदम उठाने के लिए तैयार है।

पांच की हत्या में खाली हैं पुलिस के हाथ

- गांव में रात ग्यारह बजे के बाद एक्टिव मोबाइल नंबरों का डिटेल खोज रही पुलिस

- रात में गांव से उठाए गए आधा दर्जन लोगों से की गई पूछताछ भी रही निर्थक

PRAYAGRAJ: सोरांव के यूसुफपुर गांव में हुई पांच लोगों के मर्डर केस की जांच में पुलिस के हाथ चौथे दिन बुधवार को भी खाली रहे। तफ्तीश में लगाई गई चार टीम के द्वारा अब तक किए गए सारे प्रयास विफल रहे। कातिलों तक पहुंचने की उम्मीद में अब वारदात वाली रात करीब 11 बजे के बाद से एक्टिव मोबाइल नंबरों की डिटेल खंगाली जारी है।

नहीं मिल रहे कोई सुबूत

मंगलवार देर रात पुलिस ने गांव स्थित दलित बस्ती के आधा दर्जन युवकों को हिरासत में ले लिया है। इन सभी कातिलों की बाबत की गई पूछताछ में भी कोई खास क्लू सामने नहीं आए हैं। बुधवार की देर शाम तक इन्हें छोड़ा नहीं गया था। सूत्रों की मानें तो पुलिस को शक है कि कातिल वारदात के वक्त मोबाइल पर एक दूसरे से बात जरूर किये होंगे। चूंकि दस बजे तक सभी जग रहे थे। लिहाजा रात 11 बजे के बाद से गांव में आसपास एक्टिव मोबाइल नंबरों में कोई एक नंबर कातिल का भी हो सकता है।

यूसुफपुर केस में अभी कोई नया अपडेट नहीं आया है। लगाई गई टीमें हर संभावित एंगल पर काम कर रही हैं। जहां भी थोड़ी उम्मीद दिखाई दे रही वहां टीम पहुंच रही है।

सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज, एसएसपी प्रयागराज