-देशभर में चल रहे स्वच्छ भारत अभियान का एमजीएम हॉस्पिटल में नहीं है असर

- एमजीएम हॉस्पिटल मैनेजमेंट को इस बात की कोई परवाह नहीं

JAMSHEDPUR : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो अक्टूबर को झाड़ू उठाकर स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की और सभी लोगों से इस अभियान में जुड़ने की अपील की। जमशेदपुर में विभिन्न सामाजिक संस्थानों, एडमिनिस्ट्रेशन सहित आम लोग भी इस अभियान का हिस्सा बने, लेकिन एमजीएम हॉस्पिटल में इस अभियान का कोई असर नहीं दिख रहा है। देशभर में एक तरफ जहां साफ-सफाई को लेकर बड़ा अभियान चलाया जा रहा है, वहीं एक ऐसी जगह जहां बिना किसी अभियान के हमेशा सफाई रहनी चाहिए, वहां गंदगी का अंबार है।

कोई परवाह नहीं

हॉस्पिटल में स्वच्छता की कमी से न सिर्फ यहां आने वाले मरीजों को खतरा होता है, बल्कि दूसरों में भी इंफेक्शन फैलने की आशंका बनी रहती है। लेकिन, एमजीएम हॉस्पिटल मैनेजमेंट को इस बात की कोई परवाह नहीं। देश की स्वच्छता के लिए शुरू किए गए अभियान के बाद भी एमजीएम में हर तरफ गंदगी ही नजर आती है।

ये क्या हो रहा है

एमजीएम हॉस्पिटल कैंपस में अभी भी खुले में पेशाब करने में लोगों को कोई संकोच नहीं। हैरानी की बात है तो यह है कि हॉस्पिटल मैनेजमेंट को भी इससे कोई फर्क पड़ता नहीं दिखता है। हॉस्पिटल में हर तरफ गार्ड मौजूद हैं, सीसीटीवी कैमरे भी लगाए हैं, इसके बावजूद लोगों की ऐसी आदतों पर रोक क्यों नहीं लग रही है।

हर तरफ गंदगी

हॉस्पिटल कैंपस हो या वार्ड, यहां हर तरफ गंदगी दिखती है। हॉस्पिटल में आने वाले लोगों द्वारा फेंकी गई गंदगी के साथ-साथ जगह-जगह सीरिंज, इंजेक्शन और दूसरे बायो मेडिकल वेस्ट भी इधर-उधर फेंके हुए दिख जाते हैं। हॉस्पिटल में पर्याप्त संख्या में डस्टबीन भी नहीं है, जहां लोग कचरा फेंक सकें।

सभी की है जिम्मेदारी

इस मामले पर हॉस्पिटल के सुपरिंटेंडेंट ने कहा की स्वच्छ भारत अभियान को देखते हुए फिलहाल सफाई तो नहीं की गई है, लेकिन जल्दी ही इस दिशा में कदम उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल को साफ-सुथरा रखना सभी की जिम्मेदारी है और इसे स्वच्छ रखने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि साफ-सफाई को लेकर जल्दी ही हॉस्पिटल के डॉक्टर्स की एक मीटिंग बुलाई जाएगी और इसके लिए योजना बनाई जाएगी, ताकि सभी लोग हॉस्पिटल को स्वच्छ रखने में अपना योगदान दे सकें।

हॉस्पिटल की साफ-सफाई सभी की जिम्मेदारी है। इसके लिए पहल की जाएगी। इस संबंध में सभी डॉक्टर्स की एक मीटिंग बुलाई गई है।

डॉ आरवाई चौधरी, सुपरिंटेंडेंट, एमजीएम हॉस्पिटल