- हेल्पलाइन की महिला कर्मचारी ही टार्चर की शिकार

DEHRADUN :महिलाओं की समस्या सुनने वाली 181 हेल्पलाइन की फीमेल वर्कर्स ही टॉर्चर का शिकार हो गई. एक के बाद एक तीन वर्कर्स ने इस्तीफा दे दिया. इन वर्कर्स का आरोप है कि हेल्पलाइन मैनेजमेंट उन्हें अपशदों से संबोधित करता है. अकाउंट में सैलरी भेजकर कुछ रकम वापस ले ली जाती है. महिलाओं की मदद के बजाय वे खुद पीडि़ता बन गई.

वर्कर्स के संगीन आरोप

181 हेल्पलाइन संचालन का जिमा जिस संस्था को दिया गया था, उसी की महिला वर्कर्स ने ये संगीन आरोप लगाए हैं. संस्था को विभागीय अधिकारियों ने सांठगांठ से एक्टेंशन दिया. कर्मचारियों के शोषण की शिकायत पर अब महिला सशक्तिकरण विभाग ने 181 के लिए नया टेंडर निकालने की कवायद शुरू की है.

10 नोटिस, फिर भी टेंडर

वर्तमान में 181 हेल्प लाइन को संचालित कर रही संस्था का ट्रैक रिकॉर्ड विवादित रहा है. पहले यह संस्था स्वास्थ्य विाग के साथ काम करती थी. फिर इसे महिला सशक्तिकरण विाग ने 181 हेल्पलाइन चलाने का जिमा दे दिया. संस्था को अधिकारियों की ओर से अलग-अलग लापरवाहियों को लेकर 10 बार नोटिस थमाए जा चुके हैं.

महिला वर्कर्स से सुनाया अपना दुखड़ा

181 वुमेन हेल्पलाइन से नौकरी छोड़ने वाली कुछ वर्कर्स ने महिला आयोग में शिकायत की है. दूसरी महिलाओं की समस्याएं सुनकर उन्हें सजेशन देने के लिए उन्हें रा गया था लेकिन वे खुद ही इतनी टॉर्चर हो रही थी कि किसी को क्या सलाह देती. ऐसे में उन्होंने जॉब ही छोड़ दी. वर्कर्स ने बताया कि उनके अकाउंट में पूरी सैलरी डालने के बाद डरा धमकाकर आधा कैश वापस ले लिया जाता था.

सेलिब्रिटी की बहन ाी हुई टॉर्चर

जोगीवाला की रहने वाली टीवी फेम दीप्ति ध्यानी की बहन प्रीति ध्यानी 181 हेल्पलाइन में काम करते हुए बेहद टॉर्चर हुई. प्रीति ने बताया कि यहां उनसे बेहद खराब बिहेवियर किया जाता था. दूसरों की समस्याएं सुनने वाली वर्कर्स को इतना टॉर्चर किया गया कि हमने नौकरी ही छोड़ दी.

दूसरों की समस्या कैसे दूर कर पाते, खुद पीडि़त

181 हेल्पलाइन में काम करने वाली नेहा शाही और सुनीता ठाकुर ने बताया कि संस्था के पदाधिकारियों ने ाराब बर्ताव की शिकायत पर हमें ही नोटिस थमा दिए. यहां न स्टॉफ को महिलाओं की समस्याएं सुनकर उनके समाधान की ट्रेनिंग दी गई, ने संस्था के हायर लेवल पर बैठे पदाधिकारियों को कर्मचारियों से बिहेव का कोई प्रशिक्षण दिया गया.

इस्तीफा देने वाली वर्कर्स की शिकायत आई थी. ये वर्कर्स महिला आयोग ाी गई थी. हालांकि कार्रवाई से पहले ही वह इस्तीफा देकर चली गई.

झरना कामठान, डायरेक्टर, महिला सशक्तिकरण विाग