- बमरौली स्थित मध्य वायु कमान में हुआ आपदा राहत मैनेजमेंट का प्रदर्शन

ALLAHABAD: मध्य वायु कमान इलाहाबाद में मानवीय सहायता तथा आपदा राहत के लिए आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला का समापन बुधवार को हुआ। इसमें एमआई-17 हेलीकॉप्टर से विपरीत परिस्थितियों में और आपदा के दौरान घायलों को बचाने के लिए की जाने वाली कार्रवाई का लाइव डिमांस्ट्रेशन किया गया। वहीं गरुण कमांडो द्वारा स्लिदरिंग अभियान का रिहर्सल किया गया।

किया गया पूर्वाभ्यास

सी-17 ग्लोब मास्टर हवाई जहाज द्वारा हमले व आपदा में मृत लोगों को वायुयान से भेजा गया, जैसा कि वास्तविक आपदा के समय में किया जाता है। इसके पहले तीन किरण वायुयानों द्वारा एयरो हेड फॉरमेशन में उड़ान भरी। उन्होंने उड़ान के साथ ही हवा में रंग भी छोड़े जिसे देख लोग काफी प्रभावित हुए। भारतीय वायु सेना के जाबांजों की बहादुरी को देखने के लिए वायुसेना अधिकारियों के साथ ही सिविलियन और मीडिया के लोग भी मौजूद रहे। कार्यशाला में एनडीएमए, एनडीआरएफ, एसडीएमए, एसडीआरएफ, राज्य पुलिस, राहत आयुक्त तथा तीनों सेनाओं के प्रतिनिधि मौजुद थे। कार्यशाला का उद्देश्य मौजूदा कार्य प्रणालियों, नीतियों तथा संस्थागत मैकेनिज्म को युक्तिसंगत बनाना था।

अहम जानकारियां दीं

आपदा राहत के समय मल्टी एजेंसियों द्वारा समन्वय तथा सहयोग पर एक एयर वाइस मार्शल राजेश इस्सर ने प्रतिभागियों को जानकारी दी। एनडीएमए के सदस्य ब्रिगेडियर कुलदीप सिंह (सेवानिवृत्त) ने एनडीएमए, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, की सक्षमता, प्रशिक्षण तथा प्रक्रिया पर अपनी बात रखी। प्रधान चिकित्सा अफसर एयर कमोडोर वी के शशीन्द्रन ने प्राकृतिक आपदा के दौरान सशस्त्र सेनाओं द्वारा की जाने वाली तैयारी तथा चिकित्सा सेवाओं की विशिष्टता के विषय में अपनी प्रस्तुती दी।