-आईएएस वीक का आगाज, सीएस बोले एग्रीकल्चर, एजुकेशन व हेल्थ में हुए बेहतर काम

-आईएएस ऑफिसर्स ने अपने-अपने डिपार्टमेंट की शेयर की प्रोग्रेस रिपोर्ट

देहरादून,

सचिवालय में मंडे को दो दिवसीय आईएएस वीक का आगाज हुआ। इस मौके पर चीफ सेक्रेटरी ने कहा कि हमारा स्टेट 20वें वर्ष में प्रवेश कर चुका है और स्टेट ने कई क्षेत्रों में अपनी पहचान भी बनाई है। बताया कि गवनर्ेंस इंडेक्स में उत्तराखंड हिमालयी व पर्वतीय राज्यों में दूसरे और ऑल इंडिया रैंकिंग में 10 वें पायदान पर है। कहा कि टॉप रैंक हासिल करने के लिए सभी को मिलकर मिशन मोड पर काम करना होगा। टूरिज्म, एग्रीकल्चर, एजुकेशन व हेल्थ सेक्टर में काफी इनोवेटिव काम हुए हैं।

इनोवेटिव प्रोजेक्ट सीएसआर पोर्टल पर हों अपलोड

सीएस उत्पल कुमार सिंह ने कहा कि एनोवेटिव प्रोजेक्ट्स की डिटेल सीएसआर पोर्टल पर अपलोड करें और जिलों में की जा रही बेस्ट प्रैक्टिसेज को ऑनलाइन अवेलेबल कराया जाए। आईएएस वीक के इनॉग्रल सेशन में ईज ऑफ लिविंग पर एजुकेशन सेक्रेटरी आर मीनाक्षी सुन्दरम, हेल्थ सेक्रेटरी नितेश झा, सचिव महिला कल्याण बाल विकास सौजन्या, पेयजल सेक्रेटरी अरविंद ह्यांकी, डीएम नैनीताल सविन बंसल व डीएम रुद्रप्रयाग मंगेश घिल्डियाल ने पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन दिए।

आईएएस ऑफिसर्स ने दिया प्रजेंटेशन

- एजुकेशन सेक्रेटरी ने एजुकेशन क्वालिटी में सुधार के लिए वर्चुवल क्लास, सुपर 100, आनंद कार्यक्रम, जिज्ञासा की जानकारी दी।

- हेल्थ सेक्रेटरी नितेश झा ने बताया कि स्वास्थ्य उपकेंद्रों को हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर्स को अपग्रेड किया जा रहा है। वर्ष के आखिर तक हर आबादी के 10 किमी के दायरे में पीएचसी सेवा उपलब्ध करने का लक्ष्य रखा गया है। मातृत्व मृत्यु दर 440 से कम होकर 86 और जबकि शिशु मृत्यु दर भी 41 से घटकर 32 हो गई है।

- सेक्रेटरी महिला सशक्तीकरण व बाल विकास सौजन्या ने कामकाजी महिला छात्रावास निर्माण, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, निर्भया, प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना, मुख्यमंत्री बाल पोषण आदि योजनाओं का जिक्र किया।

- सेक्रेटरी पेयजल ने कहा कि 2024 तक हर घर को वाटर कनेक्शन अवेलेबल कराने का लक्ष्य बताया।

- डीएम रुद्रप्रयाग मंगेश घिल्डियाल ने क्वालिटी एजुकेशन में सुधार के लिए उनके द्वारा किए गए इनोवेशंस के बारे में जानकारी दी।

- डीएम नैनीताल सविन बंसल ने नैनीताल में उनके द्वारा टेली मेडिसिन के लिए किए कार्य के बारे में बताया।

टेक्निकल एजुकेशन पर जोर

आईएएस वीक के सेकंड सेशन में एसीएस ओम प्रकाश ने तकनीकी एजुकेशन पर प्रकाश डाला। कहा, रोजगारोन्मुख कोर्सेज को अधिक फोकस करने की जरूरत है। प्रिंसिपल सेक्रेटरी मनीषा पंवार ने आजीविका के लिए स्थानीय पारंपरिक शिल्प को बढ़ावा देने पर बल दिया। प्रिंसिपल सेक्रेटरी आनंद व‌र्द्धन ने डीएम द्वारा हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूशंस का भी निरीक्षण करने की बात कही। सेक्रेटरी शहरी विकास शैलेश बगोली ने कहा कि स्टेट में भी शहरी जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है। इसी के अनुरूप हमें भी तेजी से विकास करने की आवश्यकता है। इसके लिए सेल्फ एम्प्लॉयमेंट प्रोग्राम पर फोकस करने की आश्यकता है। दून नगर निगम के नगरआयुक्त विनय शंकर पांडेय ने जीरो वेस्ट मॉडल के विषय में जानकारी देते हुए बताया कि यह भविष्य का वेस्ट मैनेजमेंट का अच्छा विकल्प हो सकता है।

ग्रीन एनर्जी को बढ़ाने की जरूरत

थर्ड सेशन में सेक्रेटरी ऊर्जा राधिका झा ने कहा कि गुणवत्तायुक्त पावर सप्लाई, ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा व जनता की समस्याओं का तेजी से निराकरण सरकार की प्राथमिकताओं में है। डिस्ट्रिक्ट लेवल पर इसकी मॉनिटरिंग जरूरी है। ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में चीड़ की पत्ती से ऊर्जा उत्पादन में उत्तराखंड तेजी से कार्य कर रहा है। टूरिज्म सेक्रेटरी दिलीप जावलकर ने कहा कि उत्तराखंड में पर्यटन के विकास के लिए हम सब को मिलकर टीमवर्क करना होगा। एसीएस ओमप्रकाश ने कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने के लिए माइक्त्रो प्लान पर फोकस करना होगा। इसके साथ ही इंटीग्रेटेड मॉडल विलेज और एग्रीकल्चर में स्किल डेवलपमेंट पर भी फोकस करना होगा।