शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा में कापी बदलने के मामले ने पकड़ा तूल

50 अभ्यर्थियों ने हाईकोर्ट का खटखटाया दरवाजा

ALLAHABAD: सूबे में पहली बार परिषदीय विद्यालयों में सहायक अध्यापकों की नियुक्ति के लिए लिखित परीक्षा का आयोजन हुआ। परीक्षा के बाद से विवादों का जो सिलसिला शुरू हुआ वह अभी तक बदस्तूर जारी है। लिखित परीक्षा के पासिंग प्रतिशत को लेकर चल रहे विवाद में हाईकोर्ट की दखल के बाद मामला शांत हुआ। अब लिखित परीक्षा परिणाम आने के बाद कापी बदलने का विवाद शुरू हो गया है। कुछ अभ्यर्थियों ने हाईकोर्ट की शरण ली है। हाईकोर्ट के निर्देश पर कापियों की स्कैन प्रति अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने सोनिका देवी के मामले में गड़बड़ी मिलने के बाद उनको काउंसलिंग में शामिल करने का आदेश दिया। हाईकोर्ट के आदेश के बाद अभ्यर्थियों की मांग को बल मिला।

हाईकोर्ट में दायर की याचिका

सोनिका देवी के मामले में निर्णय मिलने के बाद 50 अभ्यर्थियों ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करते हुए कापी बदले जाने का आरोप लगाया है। अभ्यर्थियों को उम्मीद है कि हाईकोर्ट का निर्णय उनके पक्ष में आएगा और कापी बदलने की स्थिति में उन्हें भी काउंसलिंग में शामिल किया जाएगा। ऐसे में भर्ती प्रक्रिया पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं।

फैक्ट फाइल

- सूबे में पहली बार परिषदीय स्कूलों में सहायक अध्यापक पदों पर नियुक्ति के लिए लिखित परीक्षा का आयोजन हुआ

- रिजल्ट निकलने के बाद परीक्षा में 41556 अभ्यर्थियों को सफलता मिली

- कॉपी बदलने का मामला तूल पकड़ने के बाद अभ्यर्थियों ने कापियों की स्कैन प्रति देने की मांग की

- अभ्यर्थियों की मांग के बाद परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने 22 अगस्त को स्कैन प्रति देने की बात कही

- कापी की स्कैन प्रति देने के लिए 2000 रुपए शुल्क निर्धारित किया गया

- 30 अगस्त तक शुल्क जमा करने का निर्देश दिया गया