lucknow@inext.co.in
LUCKNOW : थानेदारों की तैनाती को लेकर आईएएस और आईपीएस के बीच हुए विवाद की गूंज आईएएस वीक की एजीएम में भी उठाने की तैयारी है। तमाम आईएएस अफसर इस बाबत राज्य सरकार द्वारा लिए गये फैसले से संतुष्ट नहीं है और वे अपने सीनियर्स और जूनियर्स के बीच इस मामले को उठाने की रणनीति बना रहे हैं। कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी होने के बावजूद थानेदारों की तैनाती का अधिकार छिन जाना उन्हें रास नहीं आ रहा है। आगामी 14 दिसंबर से शुरू होने वाले आईएएस वीक में इसके अलावा स्ट्रेस मैनेजमेंट पर भी खासा फोकस करते हुए गहन विचार विमर्श किया जाना है।

ज्यादा काम से अफसर परेशान

दरअसल सूबे के आईएएस और पीसीएस अधिकारियों को ज्यादा काम का दबाव परेशान कर रहा है। हाल ही में ललितपुर में एसडीएम द्वारा सुसाइड किए जाने का मामला सुर्खियों में है। यूं तो पहले भी आईएएस वीक के एजीएम में स्ट्रेस मैनेजमेंट को लेकर चर्चाएं हो चुकी हैं पर इसे लेकर कोई ठोस रणनीति आज तक नहीं बन सकी। आईएएस एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रवीर कुमार इस बार इस मामले में कुछ ठोस कदम उठाने की तैयारी में हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि आईएएस अफसरों पर काम के बढ़ते बोझ को कम करने के लिए राज्य सरकार से कुछ अहम सिफारिशें की जाएंगी। इस दौरान बेहतर कार्य करने वाले आईएएस अफसरों द्वारा एजीएम में अनुभव भी साझा किए जाएंगे ताकि इसका फायदा दूसरे अफसर भी उठा सकें।

पीसीएस भी करेंगे अधिवेशन
आईएएस वीक की तरह पीसीएस अफसर भी इस बार अपना अधिवेशन बुलाने की तैयारी में हैं। पीसीएस एसोसिएशन के सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसकी मौखिक सहमति भी दे दी है। आगामी 22 अक्टूबर को आईएएस अफसरों की डीपीसी होने के बाद मुख्यमंत्री को अधिवेशन में आमंत्रित करने का औपचारिक अनुरोध किया जाना है। इसी दौरान अधिवेशन की तारीखों पर भी निर्णय लिया जाएगा। दरअसल एसोसिशन को उम्मीद है कि अधिवेशन में मुख्यमंत्री पीसीएस अफसरों की लंबित मांगों को लेकर कुछ अहम घोषणाएं भी कर सकते हैं।

पुलिस एक्ट बदलने को तैयार नहीं, दफन हो गया कमिश्नर सिस्टम

अब थाने में एक ही एएसएचओ क्राइम होंगे पोस्ट

 

National News inextlive from India News Desk