जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में डीएम ने दिया आदेश

-बाहर की दवा लिखने वालों के खिलाफ होगी कार्रवाई

ALLAHABAD: सरकारी हॉस्पिटल्स में अब स्टाफ की मनमानी नहीं चल सकेगी। अगर किसी भी सेंटर में बायोमीट्रिक मशीन खराब मिली तो जिम्मेदार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराकर जेल भेज दिया जाएगा। डीएम सुहास एलवाई ने शुक्रवार को जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में कड़े आदेश दिए। उन्होंने कहा कि जिन हॉस्पिटल्स में बायोमीट्रिक मशीन नहीं लगी है वहां का वेतन रोक दिया जाए। बैठक में बाहर से दवा लिखने की शिकायतों पर सख्ती दिखाई।

सीधे प्रशासन से बताएं शिकायतें

डीएम ने बैठक में साफ तौर पर कहा कि अगर बाहर से दवाएं लिखने का मामला सामने आए तो जनता इसकी शिकायत सीधे प्रशासन से करे। जो डॉक्टर बाहर की दवा लिखता पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सीएमओ डॉ। गिरिजाशंकर बाजपेई को बाहर से दवा लिखने वाले सरकारी डॉक्टर्स को चिन्हित करने के आदेश डीएम ने दिए। साथ ही यह भी शिकायत मिली कि सरकारी हॉस्पिटल्स की दवाएं बाहर बेची जा रही हैं .ऐसे लोगों को चिन्हित करने के आदेश भी डीएम द्वारा दिए गए। शंकरगढ़ की स्थिति बेहतर नहीं होने पर लापरवाही बरतने वाले डॉ। वकील खां का वेतन काटने के आदेश दिए गए।

लापरवाही पर मांगा गया स्पष्टीकरण

बैठक में आशा बहुओं के पेमेंट स्टेटस की जांच की गई। इसमें मांडा, शंकरगढ़ और कौंधियारा ब्लॉक के डॉक्टरों को लापरवाही बरतने के लिए उनसे स्पष्टीकरण मांग लिया गया। साथ ही ग्रामीण चिकित्सालयों में डॉक्टरों की उपस्थित निश्चित करने के आदेश दिए गए। डीएम ने इम्यूनाइजेशन, वीएलजी, मील्स, एमसीटीएस की समीक्षा की। ड्यूटी से गायब रहने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश उन्होंने सीएमओ को दिए हैं। डीएम ने कहा कि झोलाछाप डॉक्टरों को कतई बख्शा नही जाएगा। कहा कि मरीजों को वही दवा लिखी जाए जो हॉस्पिटल में उपलब्ध हो।