-मंडल में पेंशेंट्स को ज्यादा सुविधाएं देने पर रैंकिंग में हुआ सुधार
- पिछले माह 43वें पायदान पर था बरेली, एनएचएम ने जारी की रैंकिंग
बरेली : सरकारी हॉस्पिटल का नाम सुनते ही लोगों के जहन में अधूरे संसाधन और बदहाल सुविधाओं की तस्वीर आ जाती है, लेकिन अब ऐसा नहीं है। यूपी हेल्थ डेसबोर्ड दिसंबर 2019 की रैंकिंग में बरेली को 20वीं रैंक मिली है। रैंकिंग में सुधार होने पर सीएमओ ने को-ऑर्डिनेटर को प्रशस्ति पत्र देने के साथ उत्साहवर्धन किया।
पहले 43वें पायदान पर था बरेली
यूपी हेल्थ डेसबोर्ड की ओर से सुविधाओं के आधार पर विभिन्न पैरामीटर्स का आंकलन कर हर माह रिपोर्ट जारी की जाती है। पिछले माह की रैकिंग में डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल 43वें पायदान पर था।
यह रही मंडल के हॉस्पिटल की रैंकिंग
डिस्ट्रिक्ट - रैकिंग
बरेली - 20
शाहजहांपुर - 35
बदायूं - 37
पीलीभीत - 47
इन पैरामीटर्स पर हुआ आंकलन
पैरामीटर्स - वर्ष 2018-19 - वर्ष 2019 -20
ऑपरेशन - 3648 - 4061
नार्मल डिलीवरी - 3014 - 3560
बर्थ रेश्यो - 86 परसेंट - 101.6 परसेंट
इम्यूनाइजेशन - 2254 पेंशेंट्स - 3346 पेंशेंट्स
ओपीडी - मेल 86543 - 95904
ओपीडी - फीमेल - 39876 - 43654
पैथोलॉजी टेस्ट संख्या -फीमेल 78699 - 203501
पैथोलॉजी टेस्ट संख्या - मेल 176541 - 234567
इन सुविधाओं की दरकरार
हालांकि जिन पैरामीटर्स पर डेसबोर्ड ने रैंकिंग जारी की है। इनकी जमीनी हकीकत कुछ और ही है। डाटा की रिपोर्ट के आधार पर रैंकिंग जारी की गई है। लेकिन डिस्ट्रिक्ट मेल और फीमेल हॉस्पिटल में डॉक्टरों का टोटा होने की वजह से ओपीडी प्रभावित होती है। घंटों लाइन में लगने के बाद भी लोगों को समय पर इलाज नही मिलता है।
दवाओं के लिए भटकते मरीज
अक्सर डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में ओपीडी के साथ ही दवा लेने के लिए भी मरीजों को परेशान होना पड़ रहा है। हैरत की बात तो यह है कॉरपोरेशन की ओर से भेजी जा रही दवाओं में जीवन रक्षक दवाओं की संख्या कम है।
एनक्यूएएस सर्टिफाइड लेकिन आईसीयू अनफिट
हाल ही में डिस्ट्रिक्ट फीमेल हॉस्पिटल को नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड में प्रदेश में चौथा स्थान मिला है। लेकिन यहां बना अत्याधुनिक आईसीयू दो माह से बनकर तैयार है लेकिन महकमा इसे अभी तक शुरू नहीं कर पा रहा है। जिम्मेदारों का कहना है कि इसके लिए अभी स्पेशियलिस्ट नहीं है, जिस कारण गंभीर मरीजों को हायर सेंटर रेफर किया जा रहा है।
यूपी डेसबोर्ड की रैंकिंग में हॉस्पिटल को 20वीं रैंकिंग मिली है। जबकि पिछले माह 43वीं रैंक थी। अभी कुछ और सुधार की जरुरत है। जिसके लिए विभागीय अफसर प्रयासरत है।
डॉ। अनुराग पांडेय, कोर्डिनेटर, डेसबोर्ड।