-हॉस्पिटल में पहुंचने पर मरीजों को नहीं मिल पाती हैं ठीक से सुविधाएं

BAREILLY बीमारियों से निजात दिलाने वाले डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में भी खामियों का अंबार है। इस कारण मरीजों और तीमारदारों को खासी समस्या का सामना करना पड़ रहा है.चौंकाने वाली बात यह कि स्वास्थ्य विभाग के आधा दर्जन आला अधिकारियों के हॉस्पिटल कैंपस में कार्यालय हैं, इसके बावजूद भी इन समस्याओं के निस्तारण के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाये जा रहे हैं। आई नेक्स्ट टीम ने जब दो, तीन और चार नवम्बर को हॉस्पिटल का रियलिटी चेक किया तो अस्पताल की बदइंतजामी का मामला सामने आया।

सुबह से तड़पता रहा मरीज

दो नवम्बर का रात में पे्रमशंकर और उनकी पत्‍‌नी बीरावती रोड एक्सीडेंट में घायल हो गए थे। रात में ही दोनों को डिस्ट्रिक्ट हास्पिटल लाया गया, लेकिन अस्पताल कर्मियों ने सिर्फ प्रेम शंकर को एडमिट किया। बीरावती वार्ड के बाहर दर्द से कराहती रही। मरीज के साथ आए हरीराम ने बताया कि कई बार मरीज को भर्ती करने की डॉक्टर से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन वह कहते हैं कि वार्ड में बेड खाली नहीं हैं। जिससे उसे इमरजेंसी के बाहर जमीन पर लिटाकर वार्ड में भर्ती करने करते रहे।

ठेले पर बीमार पत्नी

तीन नवम्बर को किला निवासी नन्हीं देवी की हालत अचानक खराब हो गई। डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में ठेले पर पत्नी और एक मासूम बच्चे को लेकर पहुचे पति ने बताया कि वह कम पढ़ा लिखा है इसलिए उसने एम्बुलेंस को फोन नहीं किया। पत्नी को ठेले पर लेकर इलाज कराने हॉस्पिटल पहुंच गया। हॉस्पिटल पहुंचने पर उसे ओपीडी के डॉक्टर्स उसे इमरजेंसी और इमरजेंसी के डॉक्टर्स उसे ओपीडी में बार-बार घंटो टहलाते रहे।

टॉयलेट पर लटका ताला

डेंगू वार्ड के बरामदा में बने टॉयलेट में हॉस्पिटल प्रशासन ने ताला डाल रखा है। जिससे उसमें टॉयलेट जाने वाले मरीजों को समस्या का सामना करना पड़ता है। जबकि डेंगू वार्ड में इस समय मरीजों की संख्या में आए दिन बढ़ोत्तरी हो रही है। इसके बाद भी हॉस्पिटल प्रशासन मरीजों की सुविधाओं को कोई ध्यान नहीं है।

एक बेड पर दो-दो मरीज

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की नई बिल्डिंग में एक बेड पर दो-दो बुखार से पीडि़त महिला मरीजों का इलाज किया जा रहा है। वहीं दूसरे कमरे में कई बेड खाली पड़े हुए थे। वहीं एक-एक बेड पर कई तीमारदार मौजूद थे। जिससे मरीजों के साथ आने वालों का बार्ड में मेला सा लग गया। इस पर किसी जिम्मेदार ने एक्शन नहीं लिया।