फीमेल हॉस्पिटल की पैथोलोजी में एक महिला से रिपोर्ट के बदले पैसों की मांग

सीएमएस नदारद, नहीं सुनी कंप्लेन, आरोपी कर्मचारियों पर कोई कार्रवाई नहीं

सीएमएस से बदतमीजी करने वाले घूस के आरोपी एलटी के तेवर में कमी नहीं

BAREILLY: डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में घूसखोरी की जड़े इतनी गहराई तक जम चुकी हैं कि इन्हें उखाड़ना जिले के सबसे बड़े अधिकारी के लिए भी नामुमकिन साबित हो रहा। आए दिन मरीजों से घूस लेकर उन्हें फ्री सरकारी सुविधा बेचने वालों के खिलाफ जिम्मेदार कोई कारगर कदम नहीं उठा पा रहे। इन शिकायतों पर जिले के नए डीएम ने कड़े निर्देश देकर व्यवस्था सुधारने की चेतावनी तो दी, लेकिन उनकी कवायद को हॉस्पिटल में घूस के घाघ ठेंगा दिखा रहे। ट्यूजडे को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एक एलटी के घूस मांगने की घटना के बाद वेडनसडे को फीमेल हॉस्पिटल की पैथोलोजी में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है। जहां एक एलटी और कर्मचारी ने एक महिला से जांच रिपोर्ट के बदले में पैसों की मांग रखी।

रिपोर्ट के बदले पैसे

बिहारीपुर की अंजू वेडनसडे को अपने पति के साथ फीमेल हॉस्पिटल की पैथोलोजी में शुगर व ब्लड की जांच कराने आई। जांच के बाद जब महिला पैथोलोजी में अपनी रिपोर्ट लेने गई तो एलटी रामनरेश पटेल व कर्मचारी सुरेन्द्र ने उससे क्भ्0 रुपए देने की मांग की। महिला के पैसे न देने की बात पर दोनों आरोपियों ने जांच रिपोर्ट देने से इंकार कर अगले दिन आने को कहा। इस पर महिला ने अपने पति को पूरी बात बताई। दोनो पति पत्‍‌नी आरोपियों की शिकायत करने सीएमएस डॉ। स्नेहलता सिंह के ऑफिस पहुंचे लेकिन वह वहां मौजूद नहीं थी।

आरोपियों का किया बचाव

सीएमएस के न मिलने पर महिला पति संग चीफ फार्मासिस्ट पीएन मिश्रा से जाकर मिली और पैसों के बदले रिपोर्ट देने पर दोनों आरोपियों की शिकायत कही। इस पर मामला गर्माता देख चीफ फार्मासिस्ट ने आरोपी एलटी को फोन कर महिला की रिपोर्ट देने को कहा। तब जाकर महिला को उसकी जांच रिपोर्ट मिल सकी। हालांकि इस मामले में चीफ फार्मासिस्ट ने दोनों आरोपियों का बचाव किया। चीफ फार्मासिस्ट का कहना था कि भीड़ ज्यादा होने से कई बार जांच रिपोर्ट अगले दिन ही मिल पाती है। एलटी ने महिला से यही बात कही लेकिन महिला के पति ने उसी समय रिपोर्ट न देने पर घूस का आरोप लगाने की धमकी दी थी।

डीएम की फटकार भी बेअसर

जून में डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के दौरे पर आए डीएम संजय कुमार ने फीमेल हॉस्पिटल का भी जायजा लिया। यहां पैथोलोजी का इंस्पेक्शन करने पर उन्हें एलटी समेत कर्मचारियों के खिलाफ मरीजों से घूस लेने की कई कंप्लेन मिलीं। इस पर डीएम ने आरोपी एलटी समेत सभी स्टाफ को फटकार लगाते हुए मरीजों से सही बिहेव करने और पैसे लेने पर कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी थी, लेकिन महीने भर के अंदर ही एलटी पर फिर से मरीजों से पैसों की उगाही के आरोप सामने आने लगे। फिलहाल दोनों आरोपी कर्मचारियों पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई है।