-स्टाफ कम का बहाना बनाकर हाईकोर्ट के आदेश की कर रहे अवहेलना
-संडे को सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक ओपीडी का समय
BAREILLY ।
डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में संडे को ओपीडी नहीं खुलती है। जबकि हाईकोर्ट के आदेशानुसार संडे को भी दोपहर 12 बजे तक ओपीडी खुलनी चाहिए। संडे को दैनिक जागरण आइनेक्स्ट ने डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में ओपीडी का रियलिटी चेक किया तो ओपीडी में ताला लटकता मिला। इस बारे में जब अधिकारियों से पूछा गया तो जवाब मिला कि स्टाफ की कमी के चलते संडे को सिर्फ इमरजेंसी की सेवा उपलब्ध रहती है।
कुछ दिन बैठे थ्ो डॉक्टर
हाईकोर्ट के फैसला के बाद डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में कुछ दिन संडे को भी ओपीडी खुली थी, लेकिन कुछ दिनों बाद डॉक्टर्स ने सीएमएस व अधिकारियों से सेटिंग कर ओपीडी को बंद कर दिया। जिसके चलते पेशेंट्स को संडे के दिन इलाज के लिए प्राइवेट हॉस्पिटल्स का सहारा लेना पड़ता है।
डाटा-
सर्जन- 05
फिजीशियन- 02
कॉर्डियोलाजिस्ट- 00
फार्मासिस्ट- 13
लैब टेक्निशीयन- 15
ईएनटी- 01
पैथोलोजिस्ट- 01
रेडियोलाजिस्ट- 02
एक्स रे टेक्निशीयन- 04
स्टाफ नर्स- 80
वार्ड ब्वाय - 70
मौजूद कुल स्टाफ- 230
स्टाफ की डिमांड- 300
संडे होने पर इलाज कराने के लिए सोचना पड़ता है। क्योंकि संडे में डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में डाक्टर्स तो मिलते नहीं। ऐसे में मंडे होने का इंतजार करते हैं या मेडिकल से दवा लेकर खा लेते हैं। सौदान सिंह, किसान
संडे को कई बार बच्चों की तबीयत खराब हुई है, लेकिन हॉस्पिटल में अब ओपीडी खुलती नहीं ऐसे में प्राइवेट हॉस्पिटल में ही इलाज कराना होता है। नीलम सक्सेना, गृहिणी
ओपीडी संडे को खोलने को कोई आदेश में मेरे जानकारी में नहीं है। कुछ समय के लिए आदेश आया था वो भी विशेष परिस्थिति में जब बुखार आदि का प्रकोप चल रहा था। डॉ। बीके शुक्ला, सीएमओ
ओपीडी खोलने का आदेश काफी समय पहले हाईकोर्ट ने किया था। कुछ समय ओपीडी खोली भी गई थी पर अब ओपीडी नहीं खुल रही है। स्टाफ की कमी है।
डॉ। केएस गुप्ता, सीएमएस