- दिव्या टिबड़ीबाल बनी आईकॉम की स्टेट टॉपर

- आईसीएसई बोर्ड के प्लस टू में मिला 98.5 परसेंट मा1र्स

PATNA: एग्जीबिशन रोड के नर्मदा अपार्टमेंट की रहने वाली दिव्या टिबड़ीवाल 98.5 मा1र्स के साथ आईसीएसई बोर्ड में आई कॉम की स्टेट टॉपर बन गई। दिव्या सेंट जोसफ कॉन्वेंट हाईस्कूल की स्टूडेंट है। वह टेंथ में 95.6 परसेंट नंबर लाकर थर्ड टॉपर रह चुकी है। दिव्या के फादर गोपाल कुमार प्राइवेट बिजनेसमैन हैं और म6मी रितु देवी हाउस वाइफ हैं। तीन 5ाई-बहनों में दिव्या सबसे बड़ी है। छोटी बहन प्रियंका दसवीं की स्टूडेंट है। 5ाई राधव नवमी 1लास में है।

टॉपर बनने का श्रेय किसे देंगी?

टॉपर बनने में प्रिंसिपल सिस्टर लूसिना का मार्गदर्शन व को-ऑपरेशन सबसे महत्वपूर्ण योगदान है। मेरे पैरेंट्स ने मुझे हर वक्त सपोर्ट किया। स्कूल के स5ाी टीचर्स का 5ाी बराबर को-ऑपरेशन मिला, जिससे मुझे किसी स4जे1ट में कोई परेशानी नहीं हुई।

स1सेस के लिए कैसे वर्क आउट किया?

स्कूल के अलावा रोजाना तीन-चार स्कूल में पढ़ाए गए चैप्टर को तैयार कर लेती थी। इससे मुझे एग्जाम के समय ज्याया टेंशन नहीं लेना पड़ता था। तैयारी के दौरान मैंने चार्ट के रूप में तैयारी की, चार्ट के फार्म में तैयारी और रिवीजन दोनों आसान होता है।

स्टूडेंट्स के लिए 1या संदेश है?

1लास रूम से पहले एवं 1लास रूम के बाद रेगुलर टॉपि1स को तैयार करना जरूरी है। प्राय: स्टूडेंट्स ऐसा नहीं करते हैं। वे एग्जाम के समय आठ-दस घंटा पढ़ाई करते हैं, बाकी समय अपने स4जे1ट पर रेगुलर ध्यान नहीं देते। इसका 2ामियजा होता है कि स्टूडेंट्स की तैयारी ठीक ढ़ंग से नहीं हो पाता है। वे एग्जाम से रिजल्ट तक लगातार टेंशन में रहते हैं।

3यूचर की 1या प्लानिंग है?

मेरा गोल चार्टर अकाउंटेंट बनना है। मैंने इसके लिए वर्क आउट कर रही हूं। इससे पहले मेरा टारगेट है कि डीयू के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स में बीकॉम एंट्रेस को 1लीयर करने के लिए तैयारी कर रही हूं।

आपकी हॉबीज 1या है?

मुझे क्रिएटिव वर्क करना अच्छा लगाता है। मैं जब 5ाी बोर होती थी, तो पेंटिग वर्क करती थी। इसके अलावा पुराने गाने सुनना मुझे पसंद है। मैं जब 5ाी फ्री होती हूं, तो गाने सुनती हूं।

Details

मैथेमेटिक्सि-100

इंग्लिश-98

कॉमर्स-98

अकाउंट्स-98

इकोनॉमिक्स-97