कानपुर (इंटरनेट-डेस्क)। Diwali 2020 Dainik Panchang 14 Nov, 2020: शनिवार को चतुर्दशी तिथि 01:54:26 तक तदोपरान्त अमावस्या तिथि है। चतुर्दशी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी हैं तथा अमावस्या तिथि के स्वामी पित्रदेव जी हैं। आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

14 नवम्बर 2020 दिन- शनिवार का पंचांग

सूर्योदयः- प्रातः 06:21:03

सूर्यास्तः- सायः 05:03:41

विशेषः- शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं।

विक्रम संवतः- 2077

शक संवतः- 1942

आयनः- दक्षिणायन

ऋतुः- हेमन्त ऋतु

मासः- कार्तिक माह

पक्षः- कृष्ण पक्ष

तिथिः- चतुर्दशी तिथि 01:54:26 तक तदोपरान्त अमावस्या तिथि

तिथि स्वामीः- चतुर्दशी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी हैं तथा अमावस्या तिथि के स्वामी पितृदेव हैं।

नक्षत्रः- स्वाति 20:10:11तक तदोपरान्त विशाखा

नक्षत्र स्वामीः- स्वाति के स्वामी राहु जी हैं तथा विशाखा नक्षत्र के स्वामी गुरु जी हैं।

योगः- सौभाग्य 07:12:26 तक तदोपरान्त शोभन

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 06:43:00 से 08:03:00 तक

दिशाशूलः- आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें।

राहुकालः- राहुकाल 09:24:00 से 10:44:00 तक

तिथि का महत्वः- इस तिथि में तिल का तेल तथा कांसे के पात्र में भोजन करना मना है तथा इस तिथि को रिक्ता तिथि भी कहा गया है इसलिए कोई नया कार्य और मांगलिक करना वर्जित है।

By Astrologer Dr. Trilokinath