कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। Diwali 2021 : दिवाली में महालक्ष्मी पूजा के दौरान कमल के फूल का अपना ही महत्व है। ऐसा माना जाता है कि अष्टकमल (8 कमल के फूल) देवी लक्ष्मी को बहुत प्रिय हैं। हिंदू शास्त्रों के अनुसार, देवी लक्ष्मी का अवतार कमल के फूल से हुआ और यह मां लक्ष्मी के लिए बहुत कीमती है। ऐसे में दिवाली पूजन पर देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए, भक्त देवी लक्ष्मी को 8 कमल के फूल चढ़ाते हैं। भक्त विभिन्न रंगों के कमल चढ़ा सकते हैं जिनमें हरा, लाल, पीला और सफेद शामिल हैं। वहीं यदि बहुरंगी कमल नहीं मिलते हैं, तो लाल रंग का कमल चढ़ा सकते हैं। इसके अलावा, अगर भक्त कमल की व्यवस्था नहीं कर सकते हैं, तो वे दिवाली महा पूजा के दौरान देवी लक्ष्मी को गुड़ अर्पित कर सकते हैं।

कैसे करें मां लक्ष्मी को प्रसन्न
शुभ पूजा के समय नारियल को लाल कपड़े में लपेटकर देवी लक्ष्मी की मूर्ति के सामने रखें। लक्ष्मी बीज मंत्र का जाप करें और कहें, " हे मां लक्ष्मी आप अष्टकमल पर विराजमान हैं, आप हमारे घर में निवास बनाए रखें। अपनी कृपा से हमें फलीभूत रखें। आपकी कृपा हमारे परिवार पर सदा बनी रहे। प्रार्थना के बाद लपेटे हुए नारियाल अपने लॉकर में रखें।

लक्ष्मी बीज मंत्र का महत्व
अष्ट लक्ष्मी मंत्र और लक्ष्मी बीज मंत्र का उद्देश्य जीवन में धन की कमी को दूर करना है। इस अभ्यास से भक्त कर्ज के चक्र से बाहर आ जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि इन मंत्रों के जाप से बुद्धि की वृद्धि होती है और इससे सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।

माता लक्ष्मी का बीज मंत्र
ॐ श्रींह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मी नम:।
माता लक्ष्मी का महा मंत्र
ॐ श्रीं ल्कीं महालक्ष्मी महालक्ष्मी एह्येहि सर्व सौभाग्यं देहि मे स्वाहा।
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