देर रात वर्क प्लेस से आ रही महिलाओं को मिलेगी सुविधा, महिलाओं को सुरक्षा देगी पुलिस

डीजीपी ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर दिए थे निर्देश

रात को वर्क प्लेस से घर जाने के लिए नहीं मिले वाहन तो 112 पर करें कॉल

Meerut। प्रदेश में महिलाओं के साथ बढ़ रहे अपराधों का संज्ञान लेते हुए पुलिस ने सुरक्षा का दायरा बढ़ाया है। अब कामकाजी महिलाओं और युवतियों को अब देर रात वर्क प्लेस से निकलने पर दिक्कत नहीं होगी। दरअसल, यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने गत दिनों प्रदेश भर के पुलिस अधिकारियों को ये निर्देश दिए थे कि यदि किसी महिला या युवती को घर तक जाने के लिए कोई वाहन नहीं मिल रहा है और वो अनसेफ फील कर रही है तो वो डायल 112 पर कॉल करे। जिसके बाद यूपी पुलिस की पीआरवी मौके पर पहुंचेगी और महिला को घर तक छोड़ेगी।

रात 9 बजे के बाद करें फोन

शहर की दिल्ली रोड, गढ़ रोड एवं मोदीपुरम रोड की ओर रात नौ बजे के बाद टैक्सी, ऑटो मिलना मुश्किल हो जाता है। इसके अलावा शहर के अन्य हिस्सों में भी पब्लिक ट्रांसपोर्ट का संचालन बंद हो जाता है। ऐसे में सर्वाधिक मुश्किल मॉल्स, शोरूम आदि में काम करने वाली महिलाओं और युवतियों को होती है। आमतौर पर दिल्ली रोड या गढ़ रोड पर कहीं न कहीं महिलाओं को लेट नाइट ऑटो की तलाश में खड़ा देखा जा सकता है। इसी समस्या का समाधान यूपी पुलिस के डीजीपी ओपी सिंह ने कर दिया। गत दिनों प्रदेशभर की पुलिस को जारी एक फरमान में

प्रतिष्ठान उठाएं जिम्मेदारी

शहर के विभिन्न प्रतिष्ठानों में देर शाम तक या नाइट शिफ्ट में काम करने वाल महिला कर्मचारियों की ड्यूटी समाप्त होने पर उन्हें सुरक्षित घर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी प्रतिष्ठान की होनी चाहिए। इस संबंध में जल्द ही अभियान चलाकर शहर के कारोबारियों को अवेयर किया जाएगा। संयुक्त व्यापार मंडल के अध्यक्ष नवीन गुप्ता ने बताया कि जल्द ही महिला सुरक्षा के मद्देनजर शहर के सभी व्यापारियों और प्रतिष्ठान संचालकों के साथ बैठक कर उन्हें अवेयर किया जाएगा।

हेल्पलाइन नंबर्स

पुलिस कंट्रोल रूम 112 पर कॉल करके पीडि़ता तत्काल घटनाक्रम की जानकारी दे सकता है। इस नंबर पर कॉल करने से पीडि़ता की सूचना और लोकेशन एक साथ पुलिस को मिल जाएगी।

इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम की भी मदद ली जा सकती है। इस सिस्टम को पैनिक बटन भी कहते हैं। मोबाइल यूजर इसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर इमरजेंसी में मदद हासिल कर सकते हैं।

महिला हेल्पलाइन नंबर 1090 पर भी कॉल की जा सकती है। छेड़छाड़, पीछा करने सहित अन्य स्थिति में वीमेन पावर लाइन नंबर 1090 की मदद ली जा सकती है।

लोकल पुलिस स्टेशन महिला थाना प्रभारी और अन्य पुलिस अधिकारियों के मोबाइल नंबर्स पर भी कॉल करके मदद ली जा सकती है।

आशा ज्योति केंद्र हेल्पलाइन नंबर 118 पर कॉल करके इमरजेंसी हेल्प हासिल की जा सकती है।

चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 पर कॉल करके भी बच्चों के साथ-साथ महिलाएं और युवतियां मदद हासिल कर सकती हैं।

मेरठ पुलिस महिलाओं की सुरक्षा के लिए कटिबद्ध है। जनपद में यदि किसी महिला या छात्रा को मदद की जरूरत महसूस हो तो वह तत्काल 112 नंबर पर कॉल करे। पुलिस की पीआरवी मौके पर पहुंचकर कॉलर को सिक्योरिटी देगी और घर तक छोड़ने का बंदोबस्त करेगी। शहर के भीड़भाड़ वाले स्थानों पर महिलाओं की सुरक्षा के लिए पुलिस की मुस्तैदी बढ़ा दी गई है।

अजय साहनी, एसएसपी, मेरठ