- एल्कोहल, क्लोरीन व आयोडीन के संपर्क में आते ही मर जाता है वायरस

- वायरस की ग्रोथ के लिए 37 डिग्री टेम्प्रेचर आइडियल कंडीशन

KANPUR: हमारा इंडियन कल्चर स्वाइन फ्लू से बचाव करता है। जी हां, स्वाइन फ्लू से बचना है तो किसी से हाथ न मिलाएं बल्कि नमस्ते करें। ये बात एक अवेयरनेस कैंप के दौरान सीनियर चेस्ट स्पेशलिस्ट डॉ। एसके कटियार ने कहीं। उन्होंने बताया कि जब पारा 30 डिग्री सेल्सियस से नीचे आ जाएगा तो फिर इसका वायरस (एन-1 एच-1) सरवाइव नहीं कर पाता है। स्वाइन फ्लू के वायरस के लिए सबसे अच्छा सीजन सितंबर और अक्टूबर होता है।

5 से 10 दिन में फैलता है वायरस

मेडिकल कॉलेज के पूर्व सीनियर चेस्ट एक्सपर्ट डॉ। एस के कटियार ने बताया कि स्वाइन फ्लू का वायरस पिग टू ह्यूमन में आता है। इसके बाद ह्यूमन से ह्यूमन में स्वाइन फ्लू का वायरस पहुंच जाता है। जिनके शरीर की प्रतिरोधक क्षमता वीक होती है उन पर यह वायरस तेजी से अटैक करता है। इसके ग्रोथ के लिए आइडियल टेम्प्रेचर 37 डिग्री सेल्सियस होता है। अगर साफ सफाई पर ध्यान देंगे तो इसका वायरस मर जाएगा। आयोडीन, क्लोरीन, सेनेटाइजर का प्रयोग करेंगे तो बेहतर रहेगा। रोगी से 5 से 10 दिन तक वायरस फैलता है। अगर रोगी के पास जाना है तो प्रिकॉशन लेना होगा।

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आईडीएच से 5 सैंपल भेजे गए

आईडीएच से सोमवार को 5 स्वाइन फ्लू के सैंपल जांच के लिए मेडिकल कॉलेज की लैब में भेजे गए हैं। अभी तक सिटी में 25 रोगी स्वाइन फ्लू के चिन्हित किए जा चुके हैं जिसमें कि 7 रोगियों की डेथ हो चुकी है।