- सुबह आठ बजे से इंतजार करते रहे मरीज, 10:42 बजे पहुंचे डॉक्टर

PATNA : नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एनएमसीएच) के डॉक्टरों और कर्मचारियों की लेटलतीफी की वजह से मरीज की जान सांसत में है। अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारी समय पर नहीं आ रहे हैं। एनएमसीएच के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थित रेडियोलॉजी विभाग की कार्यशैली में सुधार के लिए प्राचार्य तथा अधीक्षक द्वारा की गई अब तक की तमाम कोशिशें नाकाम साबित हुई हैं। मंगलवार को अल्ट्रासाउंड कराने के लिए मरीजों का हाल खराब हो रहा था। पानी पी पीकर पेट फुलाए मरीज डॉक्टरों के आने का इंतजार करते रहे लेकिन डॉक्टर समय से अस्पताल नहीं पहुंचे। कई मरीजों के पेट में दर्द होने के कारण यह कराहते और तड़पते दिखे।

हर दिन डॉक्टर आते हैं लेट

अल्ट्रासाउंड के लिए आए मरीजों ने बताया कि साढ़े दस बजे तक विभाग में एक भी डॉक्टर नहीं थे। यहां लगी चारो मशीन खाली पड़ी थी। इसके बाद दो डॉक्टर आए। 10:45 में एक और डॉक्टर आए। तीन मशीनों पर मरीजों की जांच शुरू हुई। एक मशीन खाली ही रह गयी। मरीजों एवं उनके परिजनों का कहना था कि डॉक्टर हर दिन लेट पहुंचते हैं। दोपहर एक बजते ही जांच बंद कर दी जाती है। शरीर पर लगाए जाने वाले जेल को पोछने के लिए रूई तक नहीं दिया जाता है। कागज से पोछना पड़ता है।

सचिव ने मांगा जवाब

विभागाध्यक्ष तथा डॉक्टरों के सुबह साढ़े दस बजे के बाद तक नहीं पहुंचने की मिली जानकारी को स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने गंभीरता से लिया। उनके आदेश पर अधीक्षक डॉ। गोपाल कृष्ण सुबह करीब 11 बजे विभाग पहुंचे। विभागाध्यक्ष के कक्ष में जाकर उन्होंने उनसे जवाब तलब किया। प्रधान सचिव संजय कुमार ने कहा कि सभी से स्पष्टीकरण पूछा गया है।