-स्पिलनोमिगैली और गॉल ब्लाडर में पथरी का किया सफल आपरेशन

-डॉ साकेतन भगत के नेतृत्व में पांच डॉक्टरों की टीम ने किया ऑपरेशन

-रेयरेस्ट ऑफ रेयर बीमारी से बचाई गई चाईबासा की च्च्ची

>RANCHI: रिम्स के डॉक्टरों ने एक बार फिर बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए चाईबासा की रहने वाली कमली को नई जिंदगी दी है। डॉ। साकेतन भगत के नेतृत्व में पांच डॉक्टरों की टीम ने कमली का ऑपरेशन 8 जून को किया। कमली को स्पिलनोमिगैली (पिल्हा) बीमारी थी, जो एक हजार च्च्चों में एक को होती है। इसमें शरीर में स्पिलिन के बढ़ने से पेट फूलने लगता है। पेट में दर्द होती रहती है। समय पर इलाज नहीं कराने पर मरीज की जान भी जा सकती है। ऐसा केस रेयरेस्ट ऑफ रेयर आता है।

पहली बार सुना बीमारी का नाम

चाईबासा के टुंगरी में छोटे से होटल में कुक का काम करने वाले मधु गोप बताते हैं-कभी सोचा भी नहीं था कि बेटी को ऐसी बीमारी हो जाएगी, जिसका नाम भी नहीं सुना होगा। लेकिन रिम्स के डॉक्टरों ने उसका सफल आपरेशन कर उसे नई जिंदगी दे दी है। वह बताते हैं कि स्थानीय स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टर कमली की पथरी का इलाज कर रहे थे। लेकिन, उसकी पेट दिनों-दिन फूलती जा रही थी। प्राइवेट हॉस्पिटल में आपरेशन का डेढ़ लाख खर्च बताया गया था। लेकिन, उनके पास इतने पैसे नहीं थे कि वह प्राइवेट हॉस्पिटल में आपरेशन करा सकें।

अस्पताल से जल्द मिलेगी छुट्टी

पूर्व गृह सचिव जेबी तुबिद सह बीजेपी नेता जब कमली की बीमारी का पता चला, तो उन्होंने उसे रिम्स में भर्ती करवाया। जहां डॉक्टरों को जांच के दौरान कमली के गॉल ब्लाडर में पथरी मिली। जिसकां रिम्स के डॉक्टरों की टीम ने सफल आपरेशन किया और अब कमली स्वस्थ है। जल्द ही उसे रिम्स से छुट्टी भी मिल जाएगी।