- शाहपुर की घटना, मार्निग वॉक के बाद घर लौट कर ली आत्महत्या

- चाय देने पहुंची पत्नी तो हुई घटना की जानकारी

GORAKHPUR: शाहपुर एरिया के बशारतपुर, रामजानकी नगर कॉलोनी में बुधवार सुबह पशु चिकित्सक ने फंदे से लटक सुसाइड कर लिया। मार्निग वॉक से लौटने के बाद अपने आपको कमरे में बंद कर उन्होंने आत्मघाती कदम उठा लिया। पत्‍‌नी चाय लेकर पहुंची तब घटना की जानकारी हुई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पशु चिकित्सक ने किस तनाव में आकर यह घातक कदम उठाया इसका पता लगाने में पुलिस लगी है।

अंदर से बंद कर लिया था दरवाजा

देवरिया जिले के रुद्रपुर क्षेत्र अकटहवा गांव निवासी श्याम सुंदर पांडेय महराजगंज जिले में श्यामदेउरवा के मंगलपुर पशु सहायता केंद्र पर पशुधन प्रसार अधिकारी के पद पर तैनात थे। वह शहर के शाहपुर एरिया के बशारतपुर, रामजानकी कॉलोनी मे मकान बनवा कर परिवार के साथ 15 साल से रह रहे थे। उनके तीन बेटे हैं। साथ में पत्‍‌नी इंदू देवी और छोटा बेटा आशीष कुमार पांडेय रहते थे। दोनों बड़े बेटे विवेक कुमार व आलोक पांडेय बीटेक करने के बाद हैदराबाद और दिल्ली में प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते हैं। श्याम सुंदर रोज की तरह बुधवार सुबह पांच बजे मार्निग वॉक पर गए। एक घंटे बाद सुबह छह बजे आवास पर पहुंचे और अपने कमरे में आकर अंदर से सिटकनी बंद कर ली। कुछ देर बाद पत्‍‌नी चाय लेकर पहुंचीं और दरवाजा खोलने के लिए आवाज देने लगीं। दरवाजा नहीं खुलने पर उन्होंने छोटे बेटे आशीष को आवाज दी। बेटे ने खिड़की से झांक कर देखा तो पिता सीलिंग फैन पर धोती का फंदा बनाकर लटके हुए थे। शोर सुनकर आसपास के लोग जुट गए। परिजनों ने 100 नंबर पर घटना की सूचना पुलिस को दी। सूचना पर सीओ गोरखनाथ प्रवीण कुमार सिंह, शाहपुर थाना प्रभारी नवीन कुमार सिंह ने मौके पर पहुंच जांच पड़ताल के बाद शव को फंदे से नीचे उतारा।

शांत स्वभाव के थे श्याम सुंदर

परजिनों के मुताबिक सुबह पांच बजे के करीब श्याम सुंदर मार्निग वॉक पर गए थे। वहां से लौटने के बाद ही उन्होंने आत्मघाती कदम उठा लिया। श्याम सुंदर शांत स्वभाव के थे उनसे इस तरह के कदम उठाने की उम्मीद नहीं थी। उनके व्यवहार में भी किसी तरह का बदलाव नहीं था। श्याम सुंदर अपने पीछे पत्‍‌नी और तीन बेटे छोड़ गए हैं। बड़ा बेटा विवेक कुमार पांडेय (28), आलोक कुमार (24) बीटेक कर नई दिल्ली और हैदराबाद में प्राइवेट नौकरी करते हैं। छोटा बेटा आशीष कुमार (21) बीएससी कर रहा है।

वर्जन

कर्ज और घरेलू परेशानियों की वजह से वह लंबे समय से अवसाद में थे। पिछले कुछ समय से वह दवाएं भी ले रहे थे। अवसाद की वजह से ही उन्होंने खुदकुशी की है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस की जांच जारी है। - प्रवीण सिंह, सीओ, गोरखनाथ