- गुरुवार को बार एसोसिएशन ने किया था दस्तावेज लेखकों के समर्थन का दावा

- बिना वार्ता समर्थन का ऐलान करने को उन्होंने बार एसोसिएशन की मोनोपॉली करार दिया

<- गुरुवार को बार एसोसिएशन ने किया था दस्तावेज लेखकों के समर्थन का दावा

- बिना वार्ता समर्थन का ऐलान करने को उन्होंने बार एसोसिएशन की मोनोपॉली करार दिया

Sardhana :Sardhana : लोक अदालत के बहिष्कार और रजिस्ट्री आफिस पर तालाबंदी की घोषणा कर चुके अधिवक्ताओं को दस्तावेज लेखकों ने झटका दे दिया है। दस्तावेज लेखकों ने शनिवार की हड़ताल का विरोध करने की घोषणा कर दी। जबकि गुरुवार को बार एसोसिएशन ने दस्तावेज लेखकों के समर्थन का दावा किया था।

हड़ताल के विरोध की घोषणा

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बेंच की स्थापना की मांग को लेकर अधिवक्ता हड़ताल पर हैं। अधिवक्ताओं ने शनिवार को आयोजित होने वाली लोक अदालत के बहिष्कार और रजिस्ट्री ऑफिस पर भी तालाबंदी की घोषणा कर रखी है। गुरुवार को बार एसोसिएशन सभागार में हुई बैठक में अधिवक्ताओं ने हड़ताल में दस्तावेज लेखकों के समर्थन का दावा किया था। इस संबंध में शुक्रवार को दस्तावेज लेखक एसोसिएशन की बैठक मुकेश कुमार गुप्ता के चैंबर पर हुई। जिसमें दस्तावेज लेखकों ने हड़ताल के विरोध की घोषणा कर दी। बिना वार्ता समर्थन का ऐलान करने को उन्होंने बार एसोसिएशन की मोनोपॉली करार दिया। अध्यक्षता नरेंद्र कुमार गुप्ता ने की। संजीव गर्ग, नवनीत गर्ग, आरके सैनी, जितेंद्र शर्मा, विनय कुमार आदि मौजूद रहे।

शासकीय अधिवक्ता ने भी जताया विरोध

बार एसोसिएशन की गुरुवार को हुई सभा में अपनी उपस्थिति दर्ज कराए जाने पर शासकीय अधिवक्ता हिमेंद्र सिंह सैनी ने भी विरोध जताया है। उन्होंने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि बार एसोसिएशन की सभा में उनकी उपस्थिति जानबूझ कर छवि धूमिल करने के मकसद से दर्शाई गई है। वह बैठक में मौजूद नहीं थे। कहा कि शनिवार को लोक अदालत में उपस्थित होकर अपने कर्तव्य और जिम्मेदारी का निर्वाह करेंगे।