भुवनेश्वर (पीटीआई)। ओडिशा के पुरी में मंगलवार को भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा का आयोजन हुआ। इस दाैरान सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों के पालन में पुरी में भगवान जगन्नाथ और उनके दिव्य भाई-बहनों के रथों को खींचने के एक दिन बाद बुधवार को लोगों से अपील की गई कि वे तीर्थ नगरी में न जाएं। यहां देवताओं के दर्शन नहीं किए जा सकते हैं। भगवान जगन्नाथ, उनके बड़े भाई भगवान बलभद्र और बहन देवी सुभद्रा वर्तमान में अपने-अपने रथों पर विराजमान हैं और उन्हें शाम को श्री गुंडिचा मंदिर के अंदर ले जाया जाएगा।

मंदिर के पास एकत्र होने की अनुमति नहीं

इस दाैरान किसी को भी रथों और मंदिर के पास एकत्र होने की अनुमति नहीं है। तीर्थ नगरी के कुछ हिस्सों में प्रतिबंध लगाए गए हैं। इस संबंध में ओडिशा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अभय ने कहा कि पुरी जिला प्रशासन ने कर्फ्यू जैसे बंद को वापस ले लिया है, कुछ क्षेत्रों में कुछ प्रतिबंध अभी भी लागू हैं। ऐसे में पुरी के कुछ हिस्सों में कर्फ्यू को देखते हुए सभी से अनुरोध है कि आज पुरी जाने से बचें।यह फिर से दोहराया गया है कि भक्तों के लिए तीनों देवताओं के के दर्शन की अनुमति नहीं है।

पुरी जिले भर में प्रतिबंधों में ढील दी गई

इस बीच पुरी कलक्टर बलवंत सिंह ने पुरी शहर के कुछ क्षेत्रों को रोकते हुए कहा है कि जिले भर में प्रतिबंधों में ढील दी गई है। उन्होंने कहा कि प्रतिबंध वहां लागू रहेंगे जहां रथों को श्री गुंडिचा मंदिर के पास रखा जाता है। पुरी शहर में बदनसखा से मटियापाड़ा बस स्टैंड तक खिंचाव के साथ प्रतिबंधों को जारी रखने का निर्णय लिया गया है। प्रशासन ने पहले सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार मेगा फेस्टिवल के दौरान जिले में लोगों और वाहनों के प्रवेश को रोकने के लिए 22 जून को रात 9 बजे से 24 जून को दोपहर 2 बजे तक कर्फ्यू लगा दिया था।

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