कानपुर। सुप्रीम कोर्ट के कुछ वकीलों ने मिलकर बुधवार को शीर्ष अदालत में एक याचिका दायर की है, जिसमें मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई से उन मीडिया रिपोर्ट्स पर खुद संज्ञान लेने का आग्रह किया है, जिसमें बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में एसएस लॉ कॉलेज की एक छात्रा अपने कॉलेज के हॉस्टल से लापता हो गई है। मिड-डे की एक रिपोर्ट के अनुसार, जज एनवी रमना की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष मामले का उल्लेख करते हुए वकीलों ने कहा कि वे नहीं चाहते कि एक और उन्नाव कांड को दोहराया जाए। बता दें कि छात्रा के माता-पिता ने बेटी के लापता होने के बाद मंगलवार को शाहजहांपुर में एक एफआईआर दर्ज कराया था। उसमें बताया कि उनकी बेटी के लापता होने के पीछे पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता स्वामी चिन्मयानंद का हाथ है।

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एक वीडियो हुआ था वायरल

बता दें कि 24 अगस्त को, लड़की का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें उसने आरोप लगाया था कि 'संत समाज' के एक व्यक्ति ने उसके साथ कई महिलाओं के जीवन को बर्बाद कर दिया है। किसी का नाम लिए बिना, उसने यह भी आरोप लगाया कि उस व्यक्ति ने उसे और उसके माता-पिता को मारने की धमकी दी है। इसी बीच कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा है कि यह घटना भी उन्नाव मामले की तरह ही लग रहा है।  प्रियंका ने ट्वीट किया, 'अगर कोई महिला बीजेपी नेता के खिलाफ शिकायत करती है, तो उसको न्याय मिलना तो दूर की बात, उसकी खुद की सुरक्षा की भी गारंटी नहीं रहती। पिछले ही साल आरोपी पर से दुष्कर्म का मुकदमा भाजपा सरकार ने वापस लिया था। बहुत साफ है सरकार किसके साथ खड़ी है। यूपी की लड़कियां सब देख रही हैं।'

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