-रिम्स के सेंट्रल लैब की दीवारों में लगा फंगस

-ब्लड सैंपल में इनफेक्शन से गलत रिपोर्ट आने का खतरा

-ऐसे में रिम्स कैसे बनेगा राज्य का मॉडल हॉस्पिटल

RANCHI : होशियार! रिम्स के सेंट्रल लैब में ब्लड टेस्ट कराया, तो नहीं आएगी सही रिपोर्ट। जी हां, सेंट्रल लैब की दीवारों में फंगस लग चुका है। दीवारों की परत झड़ रही है। जहां-तहां गंदगी पसरी हुई है। आलम यह है कि ब्लड सैंपल में भी इनफेक्शन का खतरा है, जो रिपोर्ट को प्रभावित कर सकता है। जबकि इस ओर रिम्स प्रबंधन का कोई ध्यान नहीं है। ऐसे में खुद की होशियारी ही काम आएगी।

लैब में कोई व्यवस्था नहीं

हॉस्पिटल के सेंट्रल लैब में हर दिन हजारों लोग ब्लड टेस्ट के लिए आते है। इसके बावजूद यहां पर कोई उचित व्यवस्था नहीं है। एक ओर जहां कलेक्ट किए गए सैंपल के रखने की व्यवस्था नहीं है, वहीं परिजनों को रिपोर्ट के लिए भी भटकना पड़ रहा है। कई बार तो रिपोर्ट ढूंढने के चक्कर में लोगों के सैंपल भी गड़बड़ हो जाने का खतरा बना रहता है।

पेशेंट को इनफेक्शन का खतरा

लैब में आने वाले पेशेंट का जहां ब्लड कलेक्ट किया जा रहा है, वहां इतनी गंदगी फैली हुई है कि आने वाले लोगों को भी इनफेक्शन का खतरा है। वहीं ब्लड कलेक्ट करने वाले स्टाफ भी सफाई का ध्यान नहीं रखते। इसके अलावा लैब की दीवार पर लगे फंगस से ब्लड सैंपल में भी इनफेक्शन हो सकता है। गलत रिपोर्ट आने के बाद बढ़ सकती है परेशानी।

क्रिएटिव व‌र्ल्ड का प्रोग्राम

चेशायर होम रोड स्थित क्रिएटिव व‌र्ल्ड की ओर से आयोजित ड्राइंग कॉम्पटीशन में सौ से ज्यादा बच्चों ने भाग लिया। इस दौरान कैनवास पर बच्चों ने रंग भरकर अपनी प्रतिभा दिखाई। इस कॉम्पटीशन के विनर्स को प्राइज देकर सम्मानित किया जाएगा। फ‌र्स्ट प्राइज के तौर पर स्मार्ट फोन, सेकंड प्राइज के तौर पर 32 जीबी की पेन ड्राइव और थर्ड प्राइज के तौर पर 16 जीबी का पेन ड्राइव दिया जाएगा। इसका परिणाम 28 जून को घोषित किया जाएगा। इसी दिन बच्चों को पुरस्कृत भी किया जाएगा।