DEHRADUN: हथकरघा और हस्तशिल्प को बढ़ावा देने के लिए नावार्ड योजना के तहत नवनिर्मित दून हाट में राज्य के कलाकारों ने शानदार प्रस्तुतियां दी। लोकगायक मुकेश शर्मा और इंदु भट्ट के गीतों पर लोग जमकर झूमे।

गढ़वाली गीतों की बही बयार

सैटरडे को दून हाट में संस्कृति विभाग की ओर से कल्चरल प्रोग्राम्स आयोजित किए गए। इस मौके पर लोकगायक मुकेश शर्मा और इंदु भट्ट ने गढ़वाली व कुमाऊंनी लोकगीतों की प्रस्तुतियां देकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके अलावा अन्य कलाकारों ने भी शानदार प्रस्तुतियां देकर सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया। आज पद्मश्री बसंती बिष्ट शाम चार बजे अपनी प्रस्तुति देंगी। हाट में राज्य के सभी डिस्ट्रिक्ट से स्थानीय प्रोडक्ट्स के साथ हथकरघा व हस्तशिल्प के स्टॉल्स लगाए गए हैं। उत्तराखण्ड हथकरघा और हस्तशिल्प विकास परिषद के तहत हिमाद्री ब्रांड नाम से राज्य के हथकरघा और हस्तशिल्प उत्पादों को मॉर्केटिंग की सुविधा भी दी गई है। दून हाट में पहुंचे स्थानी प्रोडक्ट्स में बागेश्वर में हाथ से बने तांबे के बर्तन, खटीमा के मूंज घास के प्रोडक्ट, कंण्डाली घास व भीमल के कारपेट आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। ये सभी प्रोडक्ट उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग व अल्मोड़ा के शिल्पियों द्वारा तैयार किये गये हैं। इनमें बांस व रिंगाल के उत्पाद भी शामिल हैं। इनकी कीमत सौ से लेकर दस हजार तक है। इंडस्ट्री डिपार्टमेंट के डायरेक्टर सुधीर नौटियाल ने बताया कि दून हाट में लगे हथकरघा और हस्तशिल्प के स्टॉलों को लोगों का अच्छा रूझान मिल रहा है।