देहरादून। दून हॉस्पिटल की पैथोलॉजी लैब शिफ्ट होने से पेशेंट को परेशानी झेलनी पड़ रही है। पेशेंट को जांच के लिए न्यू बिल्डिंग तो रिपोर्ट के लिए पुरानी बिल्डिंग के चक्कर काटने को मजबुर है। कई पेशेंट तो ऐसे थे जो रिपोर्ट न मिलने के कारण एक बिल्डिंग से दूसरी बिल्डिंग तक चक्कर लगाते रहे।

नहीं हो रही बॉयोकेमेस्ट्री जांच

हॉस्पिटल में बॉयोकेमेस्ट्री जांच नहीं हो पा रही थी। ट्रासफार्मर फुंक जाने के कारण यहां पर ओपीडी में पहुंचने वाले पेशेंट की जांच नहीं हो पा रही थी। डॉक्टर्स के अनुसार भर्ती पेंशेंट की तो जांच की जा रही है, लेकिन ओपीडी में आने वाले मरीजों की सेम्पल की जांच नहीं की जा रही थी। इसके कारण शुगर, लीवर, किडनी की जांच नहीं हो पा रही थी। हॉस्पिटल की ओपीडी में रोजाना 250 तक पेशेंट की पैथोलॉजी में जांच होती है। जबकि इन दिनों ओपीडी में दो दिन से माइक्रोबाइलॉजी जांच नहीं हो पा रही है।

ब्लड डोनेशन के लिए घंटों इंतजार

दून हॉस्पिटल के ब्लड बैंक में विकासनगर से चार युवक ब्लड डोनेट करने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान डॉक्टर के मौजूद न होने के कारण वह घंटो इंतजार करना पड़ा।

नई बिल्डिंग में सभी ओपीडी शुरू होने के कारण यहां पर पैथोलॉजी शिफ्ट कर दिया गया है। कुछ परेशानियां है, जिसे जल्द ही निपटा दिया जाएगा।

डॉ। केके टम्टा

एमएस दून हॉस्पिटल