- दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, मेडिकल कॉलेज को अलग किया जाएगा दून अस्पताल से

-मेडिकल कॉलेज अलग होने के बाद जिला चिकित्सालय को फिर से मिल सकेंगी स्वास्थ्य विभाग की सुविधाएं

-निरीक्षण के दौरान प्रशासनिक ब्लॉक में लगे गंदे बोर्ड को देखकर नाराज हुए मंत्री

DEHRADUN: एमसीआई से हाल ही में मान्यता प्राप्त दून मेडिकल कॉलेज हास्पिटल को दून जिला चिकित्सालय से अलग किया जाएगा। इसके बाद दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल को पटेल नगर एरिया में स्थित जमीन पर तैयार किया जाएगा। सोमवार को दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के निरीक्षण के समय यह जानकारी उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने दी। निरीक्षण के दौरान मंत्री ने अस्पताल में भर्ती मरीजों से बात की। प्रशासनिक ब्लॉक में लगे गंदे बोर्ड को लेकर नाराजगी प्रकट करते हुए उसे चेंज कराया।

बनाई गयी है समन्वय कमेटी

जब तक दून जिला चिकित्सालय से मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल को अलग नहीं किया जाता है तब तक व्यवस्थाएं सुचारू चलती रहीं, इसको लेकर स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश पर एक उच्च स्तरीय समन्वय समिति का गठन किया गया है। इस कमेटी में दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के प्रिंसिपल डॉ। प्रदीप कुमार भारती गुप्ता, डीजी हेल्थ डॉ। कुसुम नरियाल, चिकित्सा के अपर सचिव डॉ। नीरज खैरवाल को स्थान दिया गया है।

मॉनिटरिंग रहेगी पीएस के हाथ

दून जिला चिकित्सालय और मेडिकल कॉलेज के क्रियाकलापों के बीच समन्वयक के उद्देश्य से बनाई गयी इस कमेटी की मॉनिटरिंग सीधे प्रमुख सचिव ओमप्रकाश को सौंपी गयी है। प्रमुख सचिव ओमप्रकाश को इस कमेटी की हर सप्ताह मीटिंग कर आख्या लेने के लिए भी स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने निर्देशित किया।

निगम की है जमीन

दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल परिसर को जिस जमीन पर बनाया जाना है, वह पटेल नगर क्षेत्र में है। यह जमीन करीब क्ख्0 बीघा है। दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल को जिला अस्पताल से अलग बनाए जाने की मांग को लेकर देहरादून जिला अस्पताल बचाओ संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने पूर्व में मेयर विनोद चमोली से मांग की थी। तब मेयर ने सरकार के मांगने पर निगम की इस जमीन को दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में बनाए जाने के लिए उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाया था। इसी के बाद मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के लिए जमीन की कमी का मसला खत्म माना जा रहा था।

फिर से मिलेगी स्वास्थ्य विभाग की सुविधाएं

बताते चलें कि जिला चिकित्सालय परिसर में मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के संचालन के बाद से जिला चिकित्सालय को मिलने वाली स्वास्थ्य विभाग की सेवाएं बंद हो गईं थीं। यही नहीं दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के एमसीआई के अधीन चले जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने खुद ही दवाएं और मरीजों, सरकारी कर्मचारियों के हित में संचालित तमाम स्कीमों से हाथ खींच लिए थे। लेकिन, जिला चिकित्सालय से मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल को अलग करने के बाद सभी सरकारी सुविधाएं फिर से दून हॉस्पिटल को मिलान शुरू हो जाएंगी। जिससे मरीज ही नहीं बल्कि सरकारी कर्मचारियों को भी उनका हक मिल सकेगा। निरीक्षण के समय विधायक राजकुमार, डीजी हेल्थ डॉ। कुसुम नरियाल, अपर सचिव चिकित्सा डॉ। नीरज खैरवाल, चिकित्सा अधीक्षक डॉ। केके टम्टा आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

वर्जन

दून जिला चिकित्सालय से दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल को अलग किया जाएगा। इसके लिए निगम जमीन दे रहा है। जब तक जिला चिकित्सालय और मेडिकल कॉलेज अलग-अलग नहीं होते हैं तब तक मरीजों के हित में एक समन्वय समिति का गठन किया गया है।

सुरेंद्र सिंह नेगी, स्वास्थ्य मंत्री