RANCHI : डोरंडा थाना को प्रमाण नहीं देने की वजह से राजेश कुमार नाम के एक व्यक्ति को पुलिस ने जेल भेज दिया.राजेश पर रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर रामनारायण से एक लाख रूपए लेने का आरोप है। पर रामनारायण को न तो नौकरी मिली और न ही राजेश ने रुपए लौटाए। इस बाबत रामनारायण ने डोरंडा थाने में राजेश के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज कराया था।

एक दिन की दी थी मोहलत

ठगी के मामले में पुलिस ने राजेश को उसके न्यू एजी कॉलोनी स्थित घर से पूछताछ के लिए पकड़ा था। पुलिस ने जबपूछताछ की तो उसने कहा कि न्उसने चेक के माध्यम से रुपए लौटा दिए हैं। पुलिस ने इस बाबत प्रमाण देने के लिए उसे एक दिन की मोहलत दी थी, पर वह रुपए लौटाने का कोई प्रमाण थाने को नहीं दे सका, जिस कारण पुलिस ने सोमवार को उसे जेल भेज दिया।

सीबीआई ने मांगी साइबर क्राइम की रिपोर्ट

रांची जिले के थानों में साइबर क्राइम के तहत दर्ज 55 रिपोर्ट अभी भी विचाराधीन है। ऐसे मामलों की रिपोर्ट सीआईडी ने जिला पुलिस को पत्र भेजकर मांगी है। सीआईडी के अपर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि साइबर क्राइम के मामलों में पुलिस ने क्या कार्रवाई की है, इसकी रिपोर्ट सीआईडी को दें, ताकि आगे का कार्रवाई हो सके। जिले में एटीएम से फर्जी निकासी, प्राइज जीतने के नाम पर लाखों रूपए की ठगी, फेसबुक पर अश्लील तस्वीर पोस्ट करने और फर्जी प्रोफाइल बनाने से लेकर खुद को बैंक अधिकारी बताकर ठगी के मामले में अद्यतन जानकारी मांगी है।

सीआईडी हेडक्वार्टर में बैठक

सोमवार को सीआईडी एडीजी एसएन प्रधान और आईजी संपत मीणा के नेतृत्व में सीआईडी मुख्यालय में पुलिस अधिकारियों की बैठक हुई। इस बैठक में रांची जिला में पोस्टेड पुलिस पुलिस अधिकारी शामिल हुए। इस मौके पर दर्ज मामलों में पुलिस अनुसंधान में किन-किन बातों का ध्यान रखा जाना चाहिए पर चर्चा हुई।