अज्ञात के खिलाफ दर्ज करायी गयी हत्या व लूट की रिपोर्ट, आईजी भी स्पॉट पर पहुंचे

थरवई एरिया में मंगलवार की रात घर के बरामदे में सो रही सास-बहू की बेरहमी से हत्या के बाद सबकी नजर बच्चों को ढूंढ रही थी। इस आशंका में कि उनका क्या हुआ। मृतका सोना देवी के चार बेटियां व एक बेटा है। हत्या का शोर मचा और सोना देवी के जेठ स्पॉट पर पहुंचे तो लोगों ने राहत की सांस ली क्योंकि बच्चे उन्हीं के साथ थे। सुबह एसएसपी और दोपहर में आईजी रमित शर्मा स्पॉट पर पहुंचे। पुलिस का प्रथम दृष्टया मानना है कि हत्या लूटपाट के इरादे से की गयी है। घटना के संबंध में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

बिस्तर पर ही पड़े थे दोनो

सास-बहू दोनो अलग बिस्तर पर सोये थे। दोनो की बॉडी भी बिस्तर पर ही मिली। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बिस्तर बुरी तरह से बिगड़ा हुए था। गला दबाने के निशान थे और बॉडी पर भी चाकू से वार के निशान मिले। घर के भीतर का सामान बिखरा हुआ था। मौके पर पहुंची पुलिस ने आशंका जतायी कि गला दबाने के बाद हत्या सुनिश्चित करने के लिए चाकू मारा गया होगा। बिखरे सामानो से आशंका जतायी गयी कि लूटपाट हुई है। पुलिस ने फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट और डॉग स्क्वॉड बुलाकर एवीडेंस कलेक्ट किये।

बच्चों का बुरा हाल, पति सन्नाटे में

सुबह घटना का हल्ला मचा तो मृतका का बड़ा बेटा रामभजन मौके पर पहुंचा। उसके साथ ही सोना देवी के बच्चे कुलदीप और माधुरी थे। उसका चार में से कोई भी बच्चा बालिग नहीं है। मॉं की बॉडी देखकर दोनों दहाड़े मारकर रोने लगे तो वहां मौजूद लोग द्रवित हो उठे। घटना की सूचना पाकर पहुंचा सोना का पति चंद्रकेश भी सन्नाटे में था। परिवारवालों ने बताया कि उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। इससे पुलिस के लिए यह बड़ा चैलेंज खड़ा हो गया कि हत्या किसने और क्यों की?

स्मैकियों का काम तो नहीं

इन दिनो थरवई इलाके में स्मैकियों का आतंक बढ़ गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि नशा करने वाले छोटे-मोटे सामान चुराते हैं। पकड़ लेने पर उलझ जाते हैं। इसके चलते आम तौर पर लोग उन्हें इग्नोर करते हैं। इलाके में चर्चा रही कि संभवत: इस घटना को भी उन्होंने ही अंजाम दिया हो। चोरी की नीयत से घर में घुसे हों और सास-बहू के जाग जाने पर उन्होंने दोनो का काम तमाम कर दिया हो। इसका संकेत डॉग स्क्वॉड ने भी दिया जो स्पॉट से मिश्नरी हॉस्पिटल के पीछे तक जाकर रुक गया।