- एकेटीयू ने शुरू की फैसेलिटी, वीसी ने कहा नहीं सुनता कॉलेज तो सीधे उनसे करें शिकायत

- कॉलेजेस को वेबसाइट पर अपलोड करनी होगी अटेंडेंस

ALLAHABAD: युवा वर्ग सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर तेजी से एक्टिविटी हुआ है। व्हाट्सएप का क्रेज भी तेजी से बढ़ा है। ऐसे में अगर एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस भी किसी ऐसे माध्यम को अपना पार्ट बना लें तो क्या कहने? डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एकेटीयू) लखनऊ इसकी शुरुआत कर देश की पहली यूनिवर्सिटी बन गई है।

पन्द्रह दिन में देना होगा ब्यौरा

दरअसल, डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम यूनिवर्सिटी ने कॉलेजेस में स्टूडेंट्स की अटेंडेंस को गंभीरता से लिया है। यूनिवर्सिटी से जुड़े प्रदेश में स्थापित साढ़े छह सौ से ज्यादा कॉलेजेस ऐसे हैं, जिनमें अधिकांश में स्टूडेंट्स की अटेंडेंस का रिकार्ड पुवर है। इस पर नकेल कसने के लिए यूनिवर्सिटी ने सभी कॉलेजेस से कहा है कि वे अपने यहां अध्ययनरत छात्र-छात्राओं की उपस्थिति को प्रत्येक पन्द्रह दिन में वेबसाइट पर अपलोड करेंगे। स्टूडेंट्स की उपस्थिति का आंकलन कॉलेजेस तो करेंगे ही, एकेटीयू भी अपने लेवल पर अटेंडेंस को चेक करेगी।

पैरेंट्स को भी देनी होगी सूचना

यही नहीं कॉलेजेस के डायरेक्टर, प्रिंसिपल्स से कहा गया है कि वे अटेंडेंस का पूरा ब्यौरा संबंधित स्टूडेंट के पैरेंट को भी अवलेबल करवाएंगे। इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं की जानी चाहिए। यूनिवर्सिटी की ओर से जारी किए गए डायरेक्शन में यह भी कहा गया है कि यदि कोई छात्र अपनी उपस्थिति के ब्यौरे से संतुष्ट नहीं है तो यह कॉलेज की जिम्मेदारी होगी कि वह तत्काल इसकी जांच करके मामले का निस्तारण करे। क्योंकि यह सीधे तौर पर छात्र के भविष्य से जुड़ा मामला है। शार्ट अटेंडेंस पर छात्र को परीक्षा से वंचित भी किया जा सकता है।

वीसी ने जारी किया आर्डर

इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही पर सीधे कॉलेजेस के खिलाफ कठोर दंडात्मक कार्रवाई की बात कही गई है। यह आदेश एकेटीयू के वाइस चांसलर प्रोफेसर विनय कुमार पाठक का है। अपने आदेश में वीसी ने छात्रों की सुविधा का भी विशेष ख्याल रखा है। इसके लिए स्टूडेंट्स को वाट्सएप मैसेंजर की सुविधा दी गई है। छात्रों से कहा गया है कि यदि संस्थान की ओर से उनकी अटेंडेंस को लेकर कोई कार्रवाई की जाती है और शिकायत पर भी कॉलेज सुनवाई नहीं करता तो छात्र सीधे वीसी से मिलकर अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। इसके अलावा वे यूनिवर्सिटी के हेल्पलाइन वाट्सएप नम्बर 8004455599 पर भी अपनी कंप्लेन दर्ज करवा सकते हैं।