सुलझ सकती हैं डॉ। बंसल मर्डर केस की उलझी गुत्थियां

केस का मुख्य सस्पेक्ट वारदात के बाद से ही है लापता

ALLAHABAD: शहर के बहुचर्चित डॉ। बंसल हत्याकांड के खुलासे को लेकर जूझ रही पुलिस टीम के शक की सुई आलोक सिन्हा पर आकर अटक गई है। कारण की पुलिस को न आलोक सिन्हा मिल रहा है और न ही सूई आगे बढ़ पा रही है। अब ये अलग बात है कि पूछने पर हर बार यही सुनाया जाता है कि एसटीएफ उसकी तलाश में जुटी है। हालांकि, एसटीएफ ने उन लोगों के बयान दर्ज कर लिए हैं, जिनसे आलोक ने डॉ। बंसल की हत्या कराने की बात की थी, या सुपारी देने की कोशिश की थी।

आलोक को भिजवाया था जेल

एडमिशन माफिया कहे जाने वाले आलोक सिन्हा और डॉ। बंसल के बीच पुरानी रंजिश थी। दोनों के बीच साठ लाख रुपये के लेनदेन का मामला चल रहा था। इसके बाद डॉ। बंसल ने मुकदमा दर्ज करवा कर आलोक सिन्हा को जेल भिजवा दिया था। जेल में ही आलोक सिन्हा तमाम क्रिमिनलों के नेटवर्क में आया था। उन्हीं लोगों से उसने डॉ। बंसल की हत्या की बात कही थी। इसमें कुख्यात राजा पांडेय, नैनी जेल शूटआउट कांड का आरोपी अख्तर कटरा, पवन और करेली के रहने वाले रसूल का नाम अब तक सामने आया है। नैनी निवासी एक सपा नेता की मार्फत भी उसने सुपारी देने की कोशिश की थी। आलोक डॉ। बंसल के साथ अपने साथी राजीव वर्मा से भी खार खाए हुए था। वह राजीव का काम भी तमाम कराना चाहता था। इसकी बड़ी वजह यह थी कि राजीव ने पुलिस को उसका पता बता दिया था। सर्विलांस के जरिए तमाम साक्ष्य जुटाने के बाद अब एसटीएफ ने आलोक सिन्हा की तलाश तेज कर दी है।

बंसल की हत्या के बाद से फरार

प्राइम सस्पेक्ट आलोक सिन्हा डॉ। बंसल की हत्या के बाद से ही फरार है। पहले वह पटना में रहता था, घटना के बाद से उसके परिवार के बारे में किसी को कुछ पता नहीं है। सूत्र बताते हैं कि एसटीएफ ने आलोक की लोकेशन ट्रेस कर ली है, लेकिन अब तक पुलिस के हाथ खाली हैं। पुलिस और एसटीएफ की टीमें आलोक के जान पहचान वालों के फोन कॉल पर भी नजर बनाए हुए हैं। ताकि यदि कोई आलोक से बात करे तो उसके जरिए एसटीएफ अलोक तक पहुंच सके। इतना ही नहीं गिरफ्तारी को लेकर पुलिस आलोक सभी संभावित ठिकानों पर टीम की दबिश लगातार जारी है। जिससे आलोक की गिरफ्तारी सुनिश्चित कर सके। पुलिस अधिकारियों को पूरी उम्मीद है कि आलोक को शीघ्र ही ट्रेस कर लिया जाएगा और उसकी गिरफ्तारी हो सकेगी। उसके बाद डॉ। बंसल हत्याकांड के राज से शायद पर्दा उठ सके।

क्यों है आलोक निशाने पर

आलोक सिन्हा और डॉ। बंसल के बीच चल साठ लाख रुपये को लेकर था विवाद

डॉ। बंसल ने ही आलोक को भिजवाया था जेल

जेल में कई क्रिमिनलों के संपर्क में था आलोक

कई बार डॉ। बंसल की हत्या को लेकर क्रिमिनलों से की थी बात

डॉ। बंसल की हत्या के बाद से फैमिली के साथ है फरार

एसटीएफ के साथ जांच में जुटी पुलिस को नहीं मिल सकी आलोक की लोकेशन

डॉ। बंसल हत्याकांड की जांच में टीमें लगी हुई हैं। इस बात का भी पूरा ध्यान दिया जा रहा है कि घटना का खुलासा सही व सटीक तरीके से हो। कोई निर्दोष इस मामले में ना फंसे। जो असली मुजरिम है वही सलाखों के पीछे पहुंचे।

एसएन साबत, एडीजी, इलाहाबाद जोन