मर्डर के 16 दिन बाद भी कातिलों के गिरेबान से दूर हैं पुलिस के हाथ

जांच की तमाम कोशिशें रहीं नाकाम, पुलिस की शाख पर उठीं अंगुली

<मर्डर के क्म् दिन बाद भी कातिलों के गिरेबान से दूर हैं पुलिस के हाथ

जांच की तमाम कोशिशें रहीं नाकाम, पुलिस की शाख पर उठीं अंगुली

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: जीवन ज्योति हॉस्पिटल के निदेशक डॉ। एके बंसल की हत्या को क्म् दिन बीत गए। मर्डर केस की जांच में जुटी पुलिस खुद उलझी हुई दिखाई दे रही है। पुलिस को अब तक कोई ऐसा सुराग नहीं मिला, जिससे वह कातिलों का गिरेबान दबोच सके। केस को ओपेन करने की जिम्मेदारी तेजतर्रार मानी जाने वाली एसटीएफ व क्राइम ब्रांच को दी गई है। इनके साथ पुलिस की भी टीमें भी लगाई गई हैं। लेकिन सारे इंतजाम नाकाफी साबित हो रहे हैं। अब लोगों के बीच सवाल यह उठ रहा है कि आखिर मर्डर केस का खुलासा कब होगा?

फिर भी निशाने से दूर पुलिस

डॉक्टर एके बंसल की हत्या हास्पिटल के चेंबर में क्ख् जनवरी को शाम के वक्त हुई थी। उनका मर्डर होने के तुरंत बाद पुलिस ने काफी तेजी दिखाई थी। खुलासे के लिए एसटीएफ, क्राइम ब्रांच सहित पुलिस की कई टीमें लगाई गई। कातिलों का क्लू खोजने में जुटी पुलिस हॉस्पिटल के कर्मचारी से लेकर डॉक्टर के करीबियों से भी पूछताछ कर चुकी है। फिर भी कोई ठोस क्लू नहीं मिल सका है।

हर बिंदू देखा, नहीं मिली सफलता

पुलिस उस हर बिन्दु को टटोल चुकी है जहां से उसे सुराग मिलने की उम्मीदें थीं। मालूम हो कि जमीन व पैसों के लेनदेन संबंधी पूर्व में हुए विवादों एवं दर्ज मुकदमों तक का तार पुलिस कत्ल से जोड़ कर देख चुकी है। कहीं से भी पुलिस को कातिलों का सुराग नहीं मिला। अब लोगों की अंगुलियां पुलिस के गिरेबान की तरफ उठने लगी हैं। सवाल किए जा रहे हैं कि डॉ। बंसल की हत्या करने वालों को जमीन निगल गई या आसमान।

कातिलों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस प्रयासरत है। जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस हर एंगल पर काम कर रही है। कोई सटीक क्लू मिलते ही कातिल सलाखों के पीछे होंगे।

इरफान अंसारी, एएसपी क्राइम