- डॉ। कलाम मेमोरियल डिजाइन प्रतियोगिता में फैकल्टी ऑफ आर्किटेक्चर की टीम को मिला फ‌र्स्ट प्राइज

LUCKNOW: डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एकेटीयू) के न्यू कैम्पस में बनने वाले मेमोरियल में पूर्व राष्ट्रपति के सादगी की छवि नजर आएगी। बता दें कि एकेटीयू में मेमोरियल की डिजाइन के लिए कॉम्पटीशन ऑर्गनाइज किया गया था। इस कॉम्पटीशन का रिजल्ट वेडनेसडे नाइट एनाउंस कर दिया गया। इसमें राजधानी के आर्किटेक्चर कॉलेज (फैकल्टी ऑफ आर्किटेक्चर) के अनुराग शर्मा, रोहित महेश्वरी, सिद्धार्थ सिंह और आयशा अनम की टीम ने बाजी मारी है।

अपने आप में अनोखा होगा डिजाइन

इस टीम की ओर से पेश किये गये डिजाइन की खास बात सादगी है। टीम के सदस्य अनुराग और रोहन ने बताया कि मेमोरियल में ओपन एरिया थिएटर और गैलरी, लैंडस्केप एरिया को शामिल किया गया है। उनका कहना है कि पूर्व राष्ट्रपति डॉ। कलाम ने सादगी भरा जीवन जिया है। उनके व्यक्तित्व की यह छाप मेमोरियल का डिजाइन तैयार करते समय भी विशेष रूप से ध्यान में रखा गया है। आयशा और सिद्धार्थ कहते हैं कि डॉ। कलाम मेमोरियल से उनका नाम जुड़ना ही सबसे बड़ी सफलता है।

सिद्धार्थ की टीम दूसरे और स्वीटी की टीम तीसरे स्थान पर

बता दें कि इस प्रतियोगिता में यूनिवर्सिटी को 14 एंट्री मिली थी। जिसमें से निर्णायक समिति में प्रो। डीसी थापर के साथ निर्माण निगम के चीफ आर्किटेक्चर केके अस्थाना और आर्किटेक्चर अशोक कुमार ने विजेता टीम का चयन किया। विजेता टीम को 25 हजार रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा। एपीजे स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर के अल्वेरा नौशाद और सिद्धार्थ की टीम दूसरे और आर्किटेक्चर कॉलेज की स्वीटी कटियार की डिजाइन को तीसरा पुरस्कार प्रदान किया गया।

यह होगा खास

डॉ। कलाम मेमोरियल के लिए चयनित डिजाइनिंग में काफी रोचकता बनाई गई है। जैसे एडमिनिस्ट्रेशन ब्लॉक से लाइब्रेरी की तरफ जाने पर यहां पर डबल फ्लोर का रास्ता होगा। एक तरफ ऊपर से तो दूसरा नीचे से। इसके अलावा इसमें मिसाइल मैन डॉ। कलाम को दिखाने के लिए बिल्डिंग के बीच में मिसाइल की आकृति दिखाई देगी। यह सभी फ्लोर से देखी जा सकती है। साथ ही लाइब्रेरी के मेन गेट पर एक पूल होगा। उसके पास एक पिलर का निर्माण कराया जाएगा। इसके अलावा लाइब्रेरी के फोर्थ फ्लोर पर डॉ। कलाम के जीवन को दर्शाने के लिए डिजिटल लाइब्रेरी बनाई जाएगी, जिसकी आकृति पूल में साफ तौर पर देखी जा सकती है। इसी तरह लाइब्रेरी के सभी फ्लोर ओपन होंगे, जिसे नेचुरल लाइट और हवा की व्यवस्था की जाएगी। थर्सडे शाम को इस प्रपोजल पर शासन में विजेता टीम ने अपनी प्रेजेंटेशन दिया। जिसके तहत शासन ने लाइब्रेरी के बीच में स्थित सभी पिलर पर दस वैज्ञानिकों आर्यभट्, सीवी रमन, सत्येद्र नाथ बोस, श्रीनिवास नागार्जुन, एचजे भाभा, सुब्ररमैय्या, चंद्रशेखर, प्रफुल्ला, चंदर राय, विक्रम साराभाई और जानकी महिला वैज्ञानिक की मूर्ति लगी होगी।