डॉ। शाश्वत के हत्यारोपी पकड़े नहीं जाने से डॉक्टरों में रोष

ALLAHABAD: सरल और शांत स्वभाव के डॉ। शाश्वत की हत्या क्यों की गई? आखिर उनकी किसी से क्या दुश्मनी हो सकती है? इन सवालों के बीच रविवार सुबह रसूलाबाद घाट पर उनका अंतिम संस्कार हुआ। पिता डॉ। संजय पांडेय ने बेटे की चिता को मुखाग्नि दी तो वहां मौजूद नाते-रिश्तेदारों और दोस्तों की आंखें छलक उठीं। मौके पर इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन के पदाधिकारियों समेत तमाम लोगों ने हत्यारोपी के पकड़े नहीं जाने पर नाराजगी जाहिर की। इसके पहले कर्नलगंज थाना क्षेत्र के चर्चलेन स्थित घर पर भोर में करीब साढ़े चार बजे शाश्वत का शव लाया गया। सुबह साढ़े आठ बजे रसूलाबाद घाट पर अंत्येष्टि हुई। इस दौरान मां डॉ। शालिनी और बहन नीति का रो-रोकर बुरा हाल था। डॉ। शाश्वत दिल्ली स्थित सेंट स्टीफंस निजी मेडिकल कॉलेज में रेडियोलॉजी के तृतीय वर्ष के छात्र थे। गुरूवार रात स्टीफंस अस्पताल के रेस्ट रूम में उनकी हत्या कर दी गई थी।