RANCHI: शहर का सिस्टम फेल हो गया है। लोग खतरे में हैं। एक तरफ न चोरी थम रही है, न अपराध रुक रहे हैं तो दूसरी तरफ सड़कों पर गढ्डों और बेतरतीब नालों ने यमराज का रूप ले लिया है और लोगों को मौत की नींद सुला रहे हैं। जी हां, शनिवार की सुबह अरगोड़ा पुलिस ने डीएवी कपिलदेव स्कूल के पीछे स्थित उपकार नगर व आदर्श विहार के बीचो-बीच बने नाला से नोमा तिग्गा नामक एक शख्स का शव बरामद किया है। लाश पानी में रहने के कारण बुरी तरह फूल गई थी, इसलिए माना जा रहा है कि नोमा की मौत पानी में डूबने के कारण हुई है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया है। अब रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा हो सकेगा।

दारोगा से रिटायर हुए थे नोमा तिग्गा

डोरंडा के डिबडीह इलाके में रहने वाले मृतक नोमा तिग्गा झारखंड पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत रहे और वर्ष 2013 में रिटायर हुए थे। रिटायरमेंट के बाद उन्हें पेंशन भी मिल रही थी, लेकिन काम करने के जुनून के कारण उन्होंने प्वाइंट ब्लैंक सिक्योरिटी एजेंसी में नौकरी पकड़ ली। वह सेंट जेवियर्स कॉलेज में गार्ड का काम करते थे।

बेटे के बयान पर यूडी केस

इस मामले में नोमा तिग्गा के बेटे जय मसीह तिग्गा के बयान पर अरगोड़ा में यूडी केस दर्ज किया गया है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस के अनुसार, नोमा हर दिन सेंट जेवियर्स कॉलेज से ड्यूटी समाप्त करने के बाद रात में उसी रास्ते से घर लौटते थे और उसी क्रम में उनकी नाले में डूबने से मौत हो गई।

रोडके बीचोबीच खुला छोड़ा नाला, जिम्मेदार कौन?

सड़क के बीचोबीच इतना चौड़ा नाला खुला छोड़ा गया है, इसकी जिम्मेदारी किसकी बनती है। अब यह बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। चारों तरफ मकान बने हुए हैं। जहां घनी आबादी बसी हुई है। वृद्ध, बच्चे, महिलाओं की भारी संख्या है और यही सड़क कडरू निकलने के लिए शार्टकट मानी जाती है। इतना अहम लिंक रोड पर इतना चौड़ा खुला नाला छोड़ना प्रशासन की विफलता ही दर्शाता है।

15 फीट चौड़ी सड़क पर 15 फीट का नाला, एक फीट चौड़ा पुल

जिस स्थान पर नोमा की मौत हुई है, उस मोहल्ले में 15 फीट चौड़ा पीसीसी रोड है। रोड बीच से करीब 15 कटा हुआ है, जहां से नाला बहता है। उस नाले पर एक बिजली का खंभा गिराकर रखा गया है, जिसकी चौड़ाई एक फीट है। यही खंभा आसपास के सैकड़ों लोगों के लिए नाला पार करने का एकमात्र पुल बन गया है। यह खतरनाक है और कई बार पहले भी लोग नाला में गिर चुके हैं।

मोहल्ले में 100 से ज्यादा बच्चे

स्थानीय लोगों ने बताया कि मोहल्ले में करीब 100 से ज्यादा बच्चे हैं। दिनभर मोहल्ले में खेलने वाले बच्चों के लिए यह नाला बहुत ही खतरनाक बन चुका है। लोगों का कहना है कि सड़क जहां से कटी हुई है, वहां करीब 10 फीट गहरा गढ्डा है। उसमें यदि कोई बच्चा गिर जाए तो उसे बचाना मुश्किल हो जाएगा।