नई दिल्ली (पीटीआई)। देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को कहा कि रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) पीएम केयर फंड द्वारा किए गए आवंटन से अगले तीन महीनों के भीतर 500 मेडिकल ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित करेगा। रक्षा मंत्री ने ट्विटर पर कहा हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस के लिए डीआरडीओ द्वारा विकसित मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट (एमओपी) तकनीक अब कोविड ​​-19 मरीजों के लिए ऑक्सीजन के मौजूदा संकट से लड़ने में मदद करेगी। भारत कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों से जूझ रहा है और कई राज्यों के अस्पताल मेडिकल ऑक्सीजन और बेड की कमी से जूझ रहे हैं।

500 लीटर प्रति मिनट की क्षमता के 120 संयंत्र

डीआरडीओ का कहना है कि एमओपी प्रौद्योगिकी का हस्तांतरण बेंगलुरु स्थित टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड और कोयंबटूर स्थित ट्राइडेंट न्यूमेटिक्स को किया गया है और ये दोनों कंपनियां 380 संयंत्र स्थापित करेंगी। इसके अलावा भारतीय पेट्रोलियम संस्थान, देहरादून के साथ काम करने वाले उद्योगों द्वारा 500 लीटर प्रति मिनट की क्षमता के 120 संयंत्र स्थापित किए जाएंगे। डीआरडीओ का एमओपी प्रति मिनट 1,000 लीटर ऑक्सीजन उत्पन्न करने के लिए डिजाइन किया गया है। उन्होंने कहा, सिस्टम 190 मरीजों के लिए 5 लीटर प्रति मिनट की दर से प्रवाहित करता है और प्रति दिन 195 सिलेंडर चार्ज कर सकता है।

पिछले 24 घंटे में एक दिन में हाईएस्ट स्पाइक दर्ज की

रक्षा मंत्री ने एमओपी प्रौद्योगिकी का उपयोग करने के लिए डीआरडीओ की सराहना की क्योंकि इससे कोविड ​​-19 रोगियों के लिए आवश्यक ऑक्सीजन की उपलब्धता होगीा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार पिछले 24 घंटे में 3,60,960 नए कोरोना मामलों ने एक दिन में हाईएस्ट स्पाइक दर्ज की। इससे संक्रमितों की कुल संख्या 1,79,97,267 पहुंच गई है। वहीं एक दिन में 3,293 माैतें होने से देश में मरने वालाें की संख्या दो लाख पार कर गई।

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