जानबूझकर अधूरा स्मारक बनाया गया था स्टोनहेंज
वर्ष 2013 में सेलिसबरी के नजदीक विल्टशायर के स्मारकों के आसपास जिस जगह पानी नहीं था, वहां सूखी घास देखी गई. शोधकर्ताओं के अनुसार सूखी घास के ये निशान गायब सारसेन पत्थरों की स्थिति को दिखाते हैं, जो भी गोलाकार रहे होंगे. इतिहासकार काफी लंबे समय से चकित रहे हैं कि क्या स्टोनहेंज को जानबूझकर अधूरा स्मारक बनाया गया था क्योंकि इसमें सारसेन पत्थर के घेरे केवल उत्तर पूर्वी ओर ही दिखते हैं.
सतह पर पाए धब्बों को पत्थरों के छेद मान रहे
ब्रिटिश विरासत के प्रबंधक टिम डॉ. और उनके सहयोगी, सतह पर पाए धब्बों को पत्थरों के छेद मान रहे हैं, ऐसे धब्बे तब पाए जाते हैं, जब किसी सतह पर पौधों को जला दिया जाता है. ब्रिटिश विरासत इन निष्कर्षों का इतिहासकारों द्वारा क्षेत्र की हवाई तस्वीरों के साथ मिलान करना चाहती है, जिससे भविष्य में समान मौसम रहने पर इन घटनाओं का जाएजा लिया जा सके.