न्यूयॉर्क (आइएएनएस) अगर आप भी बहुत गर्म चाय पीने के शौकीन हैं, तो संभल जाइए। एक ताजा शोध के मुताबिक, ऐसा करने वालों को इसोफेगल यानी खाने की नली का कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है। रोजाना 75 डिग्री सेल्सियस या इससे ज्यादा तापमान वाली गर्म चाय पीने वालों में इसोफेगल कैंसर का खतरा दोगुने से भी ज्यादा होता है। वहीं चाय पीने से पहले चार मिनट का इंतजार यह खतरा कम कर सकता है।

अमेरिकन कैंसर सोसायटी के फरहाद इस्लामी ने कहा कि चाय, कॉफी या हॉट चॉकलेट जैसे गर्म पेय पीने से पहले थोड़ा इंतजार कर लेना चाहिए। अध्ययन में 40 से 75 साल की उम्र के 50,045 लोगों को शामिल किया गया था। इसमें पाया गया कि रोजाना 60 डिग्री सेल्सियस या इससे ज्यादा तापमान वाली 700 मिलीलीटर से ज्यादा चाय-कॉफी पीने वालों को इसोफेगल कैंसर का खतरा 90 प्रतिशत तक बढ़ जाता है। यह कैंसर भारत में छठा और दुनिया में आठवां सबसे ज्यादा होने वाला कैंसर है।

बहुत गर्म चाय पीने से कैंसर का खतरा बढ़ जाता है 90 परसेंट

मछली खाने वालों के लिए अस्थमा का खतरा हो जाता है काफी कम
मेलबर्न (पीटीआई) मछली खाना अस्थमा से बचाव में सहायक हो सकता है। दक्षिण अफ्रीका के एक गांव में 600 लोगों पर किए गए अध्ययन में यह बात सामने आई है। शोधकर्ताओं ने बताया कि लोगों के खानपान में हुए बदलाव के कारण दुनियाभर में अस्थमा के मामले बढ़ रहे हैं।

ऑस्ट्रेलिया की जेम्स कुक यूनिवर्सिटी के एंड्रियास लोपाता ने बताया है, 'दुनियाभर में करीब 33.4 करोड़ लोग अस्थमा का शिकार हैं। हर साल करीब 10 लाख लोगों की अस्थमा के कारण मौत हो जाती है। पिछले 30 साल में अस्थमा के मामले करीब दोगुना हो गए हैं। इनमें से आधे मरीजों को वर्तमान दवाओं से कोई विशेष लाभ भी नहीं होता है। इसलिए इस समय बिना दवा के इलाज करने का रास्ता तलाशने की जरूरत है। खाने में मछली को शामिल करने से काफी हद तक इससे बचना पॉसिबल हो सकता है।

चीन में एआई तकनीक पर आधारित दुनिया की पहली फीमेल रोबोट एंकर ने पढ़ी न्यूज

International News inextlive from World News Desk