- चैकिंग के दौरान परिवहन विभाग के अधिकारी बच्चों से लेंगे ड्राइवर का फीडबैक

- शिकायत मिलने पर कम से कम दो माह के लिए कर दिया जाएगा लाइसेंस निरस्त

आगरा। अगर स्कूली वाहनों के ड्राइवर ने ओवर स्पीड या फिर बच्चों के साथ किसी भी तरह का मिसबिहेव किया तो ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा। इसके साथ ही स्कूल के प्रिंसिपल से पूछताछ की जाएगी। परिवहन विभाग चैकिंग के दौरान स्कूली बच्चों से ड्राइवर का फीडबैक लेंगे। इस दौरान किसी भी बच्चे ने ड्राइवर की शिकायत की तो दो माह के लिए लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा। लगातार शिकायत मिलने पर हमेशा के लिए लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा।

जारी की जा रही है गाइड लाइन

परिवहन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक स्कूली वाहनों के लिए नई गाइड लाइन लागू की जा रही है। हालांकि स्कूली वाहनों के परमिट में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।

बच्चे देंगे फीडबैक

कुछ दिन पहले स्कूली वाहन के एक ड्राइवर ने एक बच्चे को फटकारा था, जिससे बच्चा बीच रास्ते से उतर कर गायब हो गया था। देर शाम तक घर पहुंचा था। इस दौरान परिजन काफी परेशान रहे थे। बच्चे ने अपने परिजनों को बताया था कि ड्राइवर मिसबिहेव कर रहा था। इसलिए अन्य बच्चों के साथ ही रास्ते में उतर गया था। इस घटना को देखते हुए ही परिवहन विभाग के अधिकारियों ने निर्देश दिया है कि स्कूली वाहनों की चेकिंग के दौरान बच्चों से ड्राइवर का फीडबैक लिया जाएगा। बच्चे अगर ड्राइवर की शिकायत करेंगे तो उसका लाइसेंस कम से कम दो माह के लिए निलंबित किया जाएगा।

आरटीओ को देनी है जानकारी

स्कूलों को वाहन समिति बनाकर आरटीओ ऑफिस में जानकारी देनी है। समिति न बनने पर जल्द ही बीएसए और डीआईओएस को लेटर लिखा जाएगा और उनसे समिति गठित करने के लिए कहा जाएगा। स्कूली बच्चों की सुरक्षा के साथ ही किसी तरह का खिलवाड़ करने की छूट किसी को नहीं होगी।

देना होगा स्कूल को जवाब

अगर ड्राइवर बच्चों से मिसबिहेव करता है, तो इसका जवाब स्कूल को देना होगा। इसके साथ ही उन वाहनों का भी लेखा जोझा रखना होगा, जो स्कूल से संबंधित होंगे। इसके लिए सभी स्कूलों को एक वाहन प्रबंधन समिति का गठन करना होगा। जिसके अध्यक्ष स्कूल के पि्रंसिपल होंगे।

ये हैं फैक्ट

- स्कूलों में नहीं बनी गाइड लाइन बीएसए और डीआईओएस को भेजेंगे नोटिस

- बच्चों की पहली शिकायत पर दो माह के लिए निरस्त किया जाएगा लाइसेंस

- लगातार शिकायत पर हमेशा के लिए कैंसिल कर दिया जाएगा।

- स्कूली वाहन चलाने वाले ड्राइवरों पर डिपार्टमेंट रखेगा नजर

- ड्राइवरों के मिसविहेव करने पर स्कूल प्रिंसिपल को देना होगा जवाब