- ड्रोन की मदद से रखी जानी थी कूड़ा फेंकने वालों पर नजर

- सेंसर सिस्टम भी शुरू नहीं हो सका, जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान

LUCKNOW: शहर को स्वच्छ बनाने और खुलेआम गंदगी फैलाने वालों पर एक्शन लेने के लिए बनाई गई ड्रोन योजना फिलहाल इंप्लीमेंट नहीं हो सकी। आलम यह है कि अभी तक किसी भी एरिया में ड्रोन की मदद से गंदगी फैलाने वालों को चिन्हित नहीं किया जा सका है। कमोवेश यही तस्वीर सेंसर सिस्टम की भी है। निगम प्रशासन की ओर से इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

इसलिए उठाया था कदम

प्रमुख मार्गो और प्रमुख स्थानों के आसपास अक्सर कूड़े के ढेर नजर आते हैं, जिसकी वजह से शहर की स्वच्छता पर खासा असर पड़ता है। इस समस्या को दूर करने के लिए निगम प्रशासन की ओर से ड्रोन योजना बनाई गई थी।

शुरू होना था ट्रायल

निगम प्रशासन की ओर से यह भी स्पष्ट किया गया था कि ड्रोन का पहले ट्रायल के रूप में प्रमुख स्थानों पर प्रयोग किया जाएगा। इसके बाद प्रमुख मार्गो व अन्य स्थानों पर भी इसे इस्तेमाल में लाया जाएगा। आलम यह है कि अभी तक किसी भी एरिया में ट्रायल तक शुरू नहीं हो सका है।

सीसीटीवी का भी इंतजार

निगम प्रशासन की ओर से करीब 300 प्वाइंट्स पर सीसीटीवी भी लगाए जाने की तैयारी की थी। कुछ स्थानों पर सीसीटीवी लगे, लेकिन जो लक्ष्य निर्धारित किया गया था, उसे अभी तक हासिल नहीं किया जा सका है।

इनका भी इंतजार

सभी प्रमुख प्वाइंट पर सेंसर युक्त डस्टबिन लगाए जाने की प्लानिंग की गई थी। इसका फायदा यह था कि अगर किसी प्वाइंट पर कूड़ा उठने का समय सुबह 8 या 9 बजे है और उस समय में कूड़ा नहीं उठता है तो तत्काल सेंसर की माध्यम से इसका मैसेज स्मार्ट सिटी के लालबाग स्थित कंट्रोल रूम पहुंच जाता। फिलहाल अभी तक सेंसर युक्त डस्टबिन नहीं लग सके।

पब्लिक फीडबैक अधर में

सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए पब्लिक फीडबैक भी लिया जाना था, लेकिन अभी तक किसी भी जोन में इस व्यवस्था को शुरू नहीं किया जा सका है। इसकी वजह से पब्लिक को सफाई से जुड़ी कोई भी शिकायत दर्ज करने के लिए निगम के जोन कार्यालय जाना पड़ता है, जिससे पब्लिक का खासा समय बर्बाद होता है। वहीं किसी भी जोनल कार्यालय में अभी तक सिंगल विंडो सिस्टम नहीं खोला जा सका है। जिसकी वजह से पब्लिक खासी परेशान है।